विवाह कब और कहां होगा, कैसा होगा जीवनसाथी, जानना चंद मिनट का खेल
आप भी अपनी कुंडली में सप्तम स्थान को देखकर अपने विवाह और जीवन साथी के बारे में जान सकते हैं | ज्योतिष के अनुसार कुल 12 राशियों का सप्तम स्थान में होने पर क्या प्रभाव जीवन पर पडता है । इस आलेख में बांचे- ....
आपका मूलांक बताएगा कि कैसी होगी आपकी जीवनसंगीनी
अंग्रेजी के प्रत्येक अक्षर को एक अंक दिया गया है, वर व कन्या दोनों के नाम लिखकर पहले उनका नामांक जाना जाता है फिर उन अंकों की प्रकृति के अनुरूप उनका मिलान किया जाता है। अंकशास्त्र के अनुसार वर-वधू दोनों के नामांक ज्ञात कर निम्नानुसार गुण मिलान का परिणाम बताया जा सकता है- ....
कैसी भी हो घातक बीमारी, इस उपाय से होगी चंद दिनों में दूर
आज की बदलती जीवनशैली के चलते एक से बढ़कर एक, नई-नई बीमारियां हमें घेरने लगी हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार एक से अधिक मारकेश की दशा, अंतर्दशा या प्रत्यंतर्दशा हमारे स्वास्थ्य और जीवन पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। असाध्य व गम्भीर व्याधियों से ग्रस्त व्यक्ति मृत्यु पर विजय प्राप्त करने व असामयिक निधन से बचाव के लिए मृत्युंजय मंत्र का जप व होम काफी लाभकारी माना गया है। तंत्रशास्त्र में मृत्युंजय मंत्र और गायत्री मंत्र के योग से बना यह मंत्र मृत संजीवनी के नाम से जाना जाता है, जिसका चैत्र मास में जप व होम करने से बड़ी से बड़ी बीमारियों से भी मुक्ति पाई जा सकती है-....
बोनसाई पौधे ला सकते हैं घर में खुशहाली और समृद्धि
हरयाली हम सब की आंखों को सुकून देती है, लेकिन आसपास जगह की कमी को देखते हुए हम घर में हरियाली को नहीं ला सकते हैं लेकिन वास्तु के अनुसार अगर घर में बोनसाई पौधों को लगाया जाए तो न केवल घर में हरियाली बिखरेगी बल्कि सुख-समृद्धि और धन-धान्यो में भी बढोतरी होगी। खास बात यह है कि इन पौधों की ऊंचाई और फैलाव बहुत कम होता है, परंतु इनमें फल और पुष्प आदि सामान्य पौधों के समान ही प्राप्त किये जा सकते हैं।....
जीवन को मंगलमय बनाने के लिए मंगल ग्रह को इस तरह मनाएं
ज्योतिष शास्त्र में मंगल को युद्ध के देवता का सेनापति माना गया है। मेष और वृश्चिक राशियों के स्वामी ग्रह मंगल मकर राशि में उच्च के तथा कर्क राशि में नीच के होते हैं। दुर्घटना, हथियार, रोग, साहस, पराक्रम, वीरता, भाई-बंधु, गृहस्थ सुख, शासक, शत्रु, आचरण, क्रोध, छल-कपट, चौर्य कर्म आदि के बारे में जानकारी के लिए मंगल ग्रह की स्थिति का ही सहारा लिया जाता है। जीवन में सभी चीजों के मंगल के लिए मंगल देव को मनाना चाहिए और उनकी आराधना करनी चाहिए। ....
हाथों की लकीरों में यह रेखा बताएगी किस क्षेत्र में बनेगा आपका करियर
कहते हैं भविष्य की सभी बातें जातक के हाथों में समाई होती है जरूरत केवल उसको जानकर उसके अनुसार कर्म और प्रयास करने की है। समय और परिस्थितिओं के अनुसार किसी भी व्यक्ति का भाग्य परिवर्तनशील होता है। व्यवसाय और कारोबार करने वालों के लिए समय एवम भाग्य महत्वपूर्ण माना जाता है। किसी व्यक्ति के जीवन में व्यवसाय की स्थिति कैसी रहेगी, यह जानने के लिए जन्म कुंडली के अलावा हस्त रेखाओं का अध्ययन भी किया जाता है। ....
प्रथम पहर के सपने हो सकते हैं सच, सपनों का मतलब जरूर समझें
सोने के बाद सपने देखना एक प्राकृतिक प्रक्रिया है। स्वप्न दिन या रात्रि में कभी भी दिखायी दे सकते हैं। देखे गए स्वप्न अच्छे अथवा बुरे होते हैं, जिन्हें ज्योतिष शास्त्र की भाषा में शुभ अथवा अशुभ कहा जाता है। दिन में देखे गए गए स्वप्न फल रहित होते हैं परन्तु रात्रि के प्रथम पहर में जो स्वप्न दिखायी देते हैं, उनका शुभ या अशुभ प्रभाव एक वर्ष की अवधि में मिलता है। प्रातः काल में स्वप्न देखने के बाद यदि जातक जाग जाता है और दोबारा शयन नहीं करता तो उसके देखे गए स्वप्न शीघ्र फलदायी माने जाते हैं। यदि रात्रि में जातक एक से अधिक स्वप्न देखता है तो उसका अंतिम स्वप्न ही फलदायी होता है। अस्वस्थ, रोगी, असंयमी, चिंता एवं उन्मादग्रस्त, मूत्र और शौच के वेग के अधीन देखे गए स्वप्न व्यर्थ होते हैं। क्य होते हैं सपनों के मायने जानें जरा-....
मेष, कर्क, धनु और वृश्चिक राशि वाले जातकों की होगी बल्ले-बल्ले, करेंगे अगर ये उपाय
जो कुछ भी किस्मत में लिखा है उसे मिटाना आसान नहीं लेकिन ज्योतिष और धार्मिक ग्रंथों के अनुसार कुछ राशिवार उपाय करने और अपने कार्य व्यवहार पर नियंत्रण रखने से कई अनचाहे विवाद और कलह टाले जा सकते हैं। शिवपुराण के अनुसार अगर राशियों के अनुसार कुछ खास काम करें तो बुरे दिन भी अच्छे दिनों में बदलने लगेंगे।....
चीनी ज्योतिष का यह उपाय घर को पैसों से भर देगा
ज्योतिष की कई विधाएं हैं। कुछ विधाओं का असर तुरंत होता है और कुछ में थोडा वक्त लगता है। ऐसी ही चाइनीज ज्योतिष, कहते हैं कि इस ज्योतिष के कुछ उपायों से पैसों की आमदनी होने लगती है। चीनी ज्योतिष पद्धति फेंग शुई के अनुसार घर में पानी का सोता यानी वाटर फाउंटेन रखना बेहद शुभ होता है। कहते हैं किसी भी घर में अगर मुख्य द्वार के पास बहते हुए पानी का सोता मिल जाए तो उस घर में धन की कभी कमी नहीं रहती। वाटर फाउंटेन की आवाज आपके बेडरूम तक नहीं आए। चीनी ज्योतिष में इसे शुभ नहीं माना गया है। ...और भी बहुत कुछ हैं वाटर फाउंटेन के फायदे जानें जरा-....
जन्माष्टमी पर करें इन चमत्कारी बांसुरी की पूजा, फिर देखें चमत्कार
कान्हा की बांसुरी केवल गोपियों को ही नहीं खिंचती थी बल्कि मां लक्ष्मी और कुबेर को भी अपने पास बुलाने को मजबूर कर देती थी। जन्माष्टमी के दिन अगर कोई जातक कुछ खास बांसुरी की पूजा करें या फिर बासुंरी को अपने पास रखे तो बुरी आत्माएं दूर हो जाती हैं और जब इसे बजाया जाता है तो ऐसी मान्यता है कि घरों में शुभ चुम्बकीय प्रवाह का प्रवेश होता है।....
इस धातु का पहनें कडा, बुरे दिन भी अच्छे में बदलेंगे
धार्मिक ग्रंथों के अनुसार आभूषण भी ग्रहों को अनुकूल बनाने में खासी भूमिका निभा सकते हैं। आभूषण रत्न जडि़त हो तो ग्रह पीड़ा, नजर और दु:स्वप्न का नाश होता है। जो महिलाएं केवल स्वर्णाभूषण पहनती हैं, उनमें गर्म धारा अधिक होती है। वे स्थाई रूप से रोगिणी हो सकती हैं। केवल सोना पहनने से पित्त की अधिकता होगी। यदि कोई भी जातक खास धातु का कडा धारण करता है तो ग्रह अनुकूल होने लगते हैं। ग्रहों के अनुसार कहां-कौन सी धातु का आभूषण रहेगा उचित यह जानना बेहद जरूरी है-....
कभी देखी है भगवान श्रीकृष्ण की दुर्लभ जन्म कुंडली, अद्भुत, अभूतपूर्व
गर्ग मुनि द्वारा की गई ज्योतिषीय गणना के अनुसार कृष्ण का जन्म विभव नामक सरस संवत में, भादो कृष्णपक्ष, अष्टमी बुधवार को मध्यरात्रि में रोहिणी नक्षत्र तथा हर्षण नामक योग में हुआ था। इनके जन्म समय में वृष लग्न विद्यमान थी। ऐसे योगों के कारण श्रीकृष्ण आदि ब्रह्म हैं, सनातन ब्रह्म हैं, परबह्म परमेश्वर हैं। ये घट-घट में निवास करने वाले अंर्तयामी हैं। ....
श्री कृष्ण आ रहे हैं, इन मंत्रों से बुलाएं भगवान को घर
योगेश्वर भगवान श्रीकृष्ण की भक्ति पूर्वक आराधना करने मात्र से ही मनुष्य इस संसार में सारे सुखों का संग्रह अनायास कर सकता है तथा जन्म से लेकर मृत्युपर्यंत कार्यसिद्धि भी सहज ही प्राप्त कर सकता है। वेद-पुराणों द्वारा प्रतिपादित ज्योतिष शास्त्र में पूरे नव ग्रह श्रीकृष्ण के इर्द-गिर्द ही घूमते नजर आते हैं। पुराणों में स्पष्ट लिखा है कि शनि, राहु व केतु जैसे महाकू्र ग्रह श्रीकृष्ण के भक्तों को कष्ट पहुंचाना तो दूर, वे कृष्ण भक्तों को देख तक भी नहीं सकते। 15 अगस्तष को श्री कृष्णम आ रहे हैं। ऐसे में कुछ खास मंत्र और उपायों को अपनाने से भगवान स्व यं आपके घर आ जाएंगे, यकीन ना आए तो उपायों को करके देख लें-....
बच्चों की लंबी उम्र चाहिए करें करें यह व्रत, दीर्घायु के साथ दौलत और शोहरत भी बरसेगी
इस व्रत का पूरे देश की महिलाएं बडी शिद्दत से इंतजार करती हैं। कहते हैं इस व्रत को करने से बेटे को लंबी उम्र मिलती है और घर में सम्पबन्नता का वास होने लगता है। यह है बछ बारस का उपवास। भाद्रपद महीने की कृष्ण पक्ष की द्वादशी को मनाई जाती है। बछ यानि बछड़ा गाय के छोटे बच्चे को कहते हैं । बछ बारस का यह दिन कृष्ण जन्माष्टमी के चार दिन बाद आता है । कृष्ण भगवान को गाय व बछड़ा बहुत प्रिय थे तथा गाय में सैकड़ो देवताओं का वास माना जाता है। इस साल यह व्रत 19 अगस्त को मनाया जाएगा।....
एक मुट्ठी काले उडद या राई तीन बार उसारने से होंगे सभी काम सफल
कई बार समय आपके पक्ष का नहीं होता। कोई भी काम पूरा हो ही नहीं पाता, काम की शुरुआत अच्छीर भी तो काम पूरा नहीं हो पाए तो समझिए कि आपके ग्रह आपके अनुकूल काम नहीं कर रहे हैं। ऐसे में मां लक्ष्मी और सरस्वती भी आपका साथ छोडने लगती हैं। तंत्र साधना कहती है कि ऐसे जातक को तंत्र और मंत्र की मदद लेनी चाहिए और अपने जीवन को सुखमय बनाने के लिए कुछ खास प्रयास भी करने चाहिए। ये प्रयास आपके प्रतिकूल ग्रहों को अनुकूल बनाने और आपके बुरे समय को आपके पक्ष में करने का काम करने लगते हैं। ....