मेष, कर्क, धनु और वृश्चिक राशि वाले जातकों की होगी बल्ले-बल्ले, करेंगे अगर ये उपाय
जो कुछ भी किस्मत में लिखा है उसे मिटाना आसान नहीं लेकिन ज्योतिष और धार्मिक ग्रंथों के अनुसार कुछ राशिवार उपाय करने और अपने कार्य व्यवहार पर नियंत्रण रखने से कई अनचाहे विवाद और कलह टाले जा सकते हैं। शिवपुराण के अनुसार अगर राशियों के अनुसार कुछ खास काम करें तो बुरे दिन भी अच्छे दिनों में बदलने लगेंगे।....
चीनी ज्योतिष का यह उपाय घर को पैसों से भर देगा
ज्योतिष की कई विधाएं हैं। कुछ विधाओं का असर तुरंत होता है और कुछ में थोडा वक्त लगता है। ऐसी ही चाइनीज ज्योतिष, कहते हैं कि इस ज्योतिष के कुछ उपायों से पैसों की आमदनी होने लगती है। चीनी ज्योतिष पद्धति फेंग शुई के अनुसार घर में पानी का सोता यानी वाटर फाउंटेन रखना बेहद शुभ होता है। कहते हैं किसी भी घर में अगर मुख्य द्वार के पास बहते हुए पानी का सोता मिल जाए तो उस घर में धन की कभी कमी नहीं रहती। वाटर फाउंटेन की आवाज आपके बेडरूम तक नहीं आए। चीनी ज्योतिष में इसे शुभ नहीं माना गया है। ...और भी बहुत कुछ हैं वाटर फाउंटेन के फायदे जानें जरा-....
जन्माष्टमी पर करें इन चमत्कारी बांसुरी की पूजा, फिर देखें चमत्कार
कान्हा की बांसुरी केवल गोपियों को ही नहीं खिंचती थी बल्कि मां लक्ष्मी और कुबेर को भी अपने पास बुलाने को मजबूर कर देती थी। जन्माष्टमी के दिन अगर कोई जातक कुछ खास बांसुरी की पूजा करें या फिर बासुंरी को अपने पास रखे तो बुरी आत्माएं दूर हो जाती हैं और जब इसे बजाया जाता है तो ऐसी मान्यता है कि घरों में शुभ चुम्बकीय प्रवाह का प्रवेश होता है।....
इस धातु का पहनें कडा, बुरे दिन भी अच्छे में बदलेंगे
धार्मिक ग्रंथों के अनुसार आभूषण भी ग्रहों को अनुकूल बनाने में खासी भूमिका निभा सकते हैं। आभूषण रत्न जडि़त हो तो ग्रह पीड़ा, नजर और दु:स्वप्न का नाश होता है। जो महिलाएं केवल स्वर्णाभूषण पहनती हैं, उनमें गर्म धारा अधिक होती है। वे स्थाई रूप से रोगिणी हो सकती हैं। केवल सोना पहनने से पित्त की अधिकता होगी। यदि कोई भी जातक खास धातु का कडा धारण करता है तो ग्रह अनुकूल होने लगते हैं। ग्रहों के अनुसार कहां-कौन सी धातु का आभूषण रहेगा उचित यह जानना बेहद जरूरी है-....
कभी देखी है भगवान श्रीकृष्ण की दुर्लभ जन्म कुंडली, अद्भुत, अभूतपूर्व
गर्ग मुनि द्वारा की गई ज्योतिषीय गणना के अनुसार कृष्ण का जन्म विभव नामक सरस संवत में, भादो कृष्णपक्ष, अष्टमी बुधवार को मध्यरात्रि में रोहिणी नक्षत्र तथा हर्षण नामक योग में हुआ था। इनके जन्म समय में वृष लग्न विद्यमान थी। ऐसे योगों के कारण श्रीकृष्ण आदि ब्रह्म हैं, सनातन ब्रह्म हैं, परबह्म परमेश्वर हैं। ये घट-घट में निवास करने वाले अंर्तयामी हैं। ....
श्री कृष्ण आ रहे हैं, इन मंत्रों से बुलाएं भगवान को घर
योगेश्वर भगवान श्रीकृष्ण की भक्ति पूर्वक आराधना करने मात्र से ही मनुष्य इस संसार में सारे सुखों का संग्रह अनायास कर सकता है तथा जन्म से लेकर मृत्युपर्यंत कार्यसिद्धि भी सहज ही प्राप्त कर सकता है। वेद-पुराणों द्वारा प्रतिपादित ज्योतिष शास्त्र में पूरे नव ग्रह श्रीकृष्ण के इर्द-गिर्द ही घूमते नजर आते हैं। पुराणों में स्पष्ट लिखा है कि शनि, राहु व केतु जैसे महाकू्र ग्रह श्रीकृष्ण के भक्तों को कष्ट पहुंचाना तो दूर, वे कृष्ण भक्तों को देख तक भी नहीं सकते। 15 अगस्तष को श्री कृष्णम आ रहे हैं। ऐसे में कुछ खास मंत्र और उपायों को अपनाने से भगवान स्व यं आपके घर आ जाएंगे, यकीन ना आए तो उपायों को करके देख लें-....
बच्चों की लंबी उम्र चाहिए करें करें यह व्रत, दीर्घायु के साथ दौलत और शोहरत भी बरसेगी
इस व्रत का पूरे देश की महिलाएं बडी शिद्दत से इंतजार करती हैं। कहते हैं इस व्रत को करने से बेटे को लंबी उम्र मिलती है और घर में सम्पबन्नता का वास होने लगता है। यह है बछ बारस का उपवास। भाद्रपद महीने की कृष्ण पक्ष की द्वादशी को मनाई जाती है। बछ यानि बछड़ा गाय के छोटे बच्चे को कहते हैं । बछ बारस का यह दिन कृष्ण जन्माष्टमी के चार दिन बाद आता है । कृष्ण भगवान को गाय व बछड़ा बहुत प्रिय थे तथा गाय में सैकड़ो देवताओं का वास माना जाता है। इस साल यह व्रत 19 अगस्त को मनाया जाएगा।....
एक मुट्ठी काले उडद या राई तीन बार उसारने से होंगे सभी काम सफल
कई बार समय आपके पक्ष का नहीं होता। कोई भी काम पूरा हो ही नहीं पाता, काम की शुरुआत अच्छीर भी तो काम पूरा नहीं हो पाए तो समझिए कि आपके ग्रह आपके अनुकूल काम नहीं कर रहे हैं। ऐसे में मां लक्ष्मी और सरस्वती भी आपका साथ छोडने लगती हैं। तंत्र साधना कहती है कि ऐसे जातक को तंत्र और मंत्र की मदद लेनी चाहिए और अपने जीवन को सुखमय बनाने के लिए कुछ खास प्रयास भी करने चाहिए। ये प्रयास आपके प्रतिकूल ग्रहों को अनुकूल बनाने और आपके बुरे समय को आपके पक्ष में करने का काम करने लगते हैं। ....
अगर आपके बनते काम बिगड रहे हैं तो समझिए आपका गुरु नीच का है, करने होंगे ये उपाय
जन्म कुंडली में गुरु के 10वीं राशि मकर में स्थित होने पर वह नीच का होता है। भृगु संहिता के अनुसार नीच गुरु के प्रत्येक भाव में फल अलग-अलग होते हैं। नीच गुरु अशुभ फल प्रदान नहीं करे, इसके लिए लाल किताब के अनुसार उस भाव से संबंधित उपाय करें तो लाभ मिलता है। ....
श्रीगणेश के ये चमत्कारी मंत्र जीवन को खुशियों से भर देंगे
विघ्न विनायक श्रीगणेश का जन्मोेत्सव आने को है। शास्त्रों के अनुसार भगवान गणपति को कुछ मंत्रों के जरिए आसानी से रिझाया जा सकता है। यहां तक कि मनचाहा आशीर्वाद तक पाया जा सकता है। आइए जानें कुछ ऐसे ही मंत्रों का सार- ....
तिथियों से जानें सुयोग-कुयोग
ज्योतिष शास्त्र में किसी भी काम शुरुआत से शुभ और अशुभ तिथियां देखना आवश्यक है। चंद्रमा की एक कला को तिथि माना गया है। इसका मान सूर्य व चंद्रमा के बीच के अन्तर अंशों से निकाला जाता है। प्रति दिन 12 अंशों का भ्रमण सूर्य व चंद्रमा के भ्रमण में होता है, जिसकी गणना हम पक्षों को लेकर करते है। अमावस्या के बाद प्रतिपदा से लेकर पूर्णिमा तक की तिथियां शुक्ल पक्ष की और पूर्णिमा के बाद प्रतिपदा से लेकर अमावस्या तक की तिथियां कृष्ण पक्ष की होती है। हमें तिथियों की गणना शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से करनी चाहिए। ....
घरेलू और आम ज्योतिषीय उपचारों से हो सकते हैं सभी देव प्रसन्न
ग्रहों की शांति और उनकी अनुकूलता पाने के लिए ज्यादातर जातक साधना और दान पर ही जोर देते हैं। लेकिन कई ज्यो तिषीय उपचार ऐसे भी हैं, जिन्हें दैनिक जीवन के क्रियाकलापों में भी किया जा सकता है। इन उपचारों पर अमल करने से स्थितियां जातक के अनुकूल और प्रभाव में रहने की संभावना बढ़ जाती है।
एक कुशल गृहिणी चूल्हा जलाने के बाद पहली रोटी कुत्तों के लिए और एक रोटी गाय के लिए बचाकर रखती है। घर की सफाई के दौरान जब पोंछा लगाती है तो बाल्टी के पानी में नमक मिलाती है। शाम के समय मंदिर जाते हुए चीटिंयों के लिए थोड़ा आटा और चीनी लेकर निकलती है। देखने में ये दैनिक जीवन का हिस्सा दिखाई दे सकते हैं, लेकिन अधिकांश महत्वपूर्ण ज्योतिषीय उपचार इन्हीं से जुड़े हुए हैं। महंगे रत्नों या पुरोहितों के सानिध्य में यज्ञ हवन करवाने की तुलना में रोजाना का यह मौन यज्ञ आपको कई तरह की बाधाओं से बचाकर रखता है। दिनचर्या से जुड़े ये नियम सामान्य नियम न होकर ज्योतिषीय उपचारों के नियम हैं। हर उपचार अपनी श्रेणी का श्रेष्ठ उपचार है।
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हिंदी महीनों के अनुसार जन्मदिन बताता है आपका स्वभाव और भविष्य
हिंदी महीनों के अनुसार जन्मदिन बताता है आपका स्वभाव और भविष्य अपना भविष्य जानने के लिए जातक अनेक तरीकों को अपना सकता है। कोई ज्योतिष की मदद लेता है तो अंक शास्त्र की मदद लेता है, कोई टैरो कार्ड को भी अपना सकता है। लेकिन धार्मिक ग्रंथों के अनुसार यदि हिंदू कैलेंडर के अनुसार जन्म का माह देखेंगे तो किसी भी जातक का स्वभाव और भविष्य आसानी से देखा जा सकता है। एक बार कोशिश जरूर करके देखें:....
जन्माष्टमी पर एक नारियल और 11 बादाम चढाने से धन प्राप्ति के बनेंगे प्रबल योग
आगामी 15 अगस्त को देश की आजादी के उत्सव के साथ कान्हा के जन्मोत्सव को भी धूमधाम से मनाया जाएगा। धार्मिक ग्रंथों के अनुसार इस दिन यदि कुछ खास उपाय किए जाएं तो न केवल धन प्राप्ति के प्रबल योग बनने लगेंगे बल्कि सभी मनोकामनाएं भी पूरी होंगी।....
मन की हर मनोकामना को पूरी करता यह देव, कुछ मंत्रों के जाप से दे देता है सबकुछ
प्राचीन काल में भगवान को रिझाने के लिए ऋषि-मुनियों को सालों तप करना पडता था तब कहीं जाकर उन्हेंक भगवान का आशीष मिलता था। लेकिन कलयुग में कहा जाता है कि थोडा सा प्रयास करने से ही सबकुछ मिल सकता है। कहते हैं अगर तीन महीनों तक सूर्य भगवान की उपासना की जाए तो मन की सभी इच्छाएं चंद दिनों में ही पूरी हो जाती है और जातक के घर में सुख-सम़ृद्धता बसने लगती है। रविवार और सोमवार को सूर्योपासना से घर में समृद्धि व गर्भवती महिलाओं को गुणी पुत्र की प्राप्ति होती है। बह्मवैवर्त पुराण के अनुसार इन दिनों में खेजड़ी के पेड़ के नीचे प्रात: काल सूर्योपासना करते हुए इस मंत्र का 51 बार जाप करने से लाभ मिलता है-....