अगर गलती से हो जाए गणेश चतुर्थी को चंद्र दर्शन करें ये उपाय, बच जाएंगे कलंक से
सृष्टि के प्रथम पूज्य देव गजानन का सबसे बडा त्योहार गणेश चतुर्थी पूरी दुनिया 25 अगस्त को मनाएगी। यूं तो यह तिथि सबसे श्रेष्ठ और पवित्र है लेकिन कहते हैं यदि इस रात्रि गलती से भी यदि चंद्र दर्शन् हो जाए तो आप पर भारी पड सकती है। शास्त्रों के अनुसार यदि भूल से भी चौथ का चंद्रमा दिख जाय तो श्रीमद् भागवत् के 10वें स्कन्ध के 57वें अध्याय में दी गई स्यमंतक मणि की चोरी की कथा का आदरपूर्वक श्रवण करना चाहिए। कहते हैं मानव ही नहीं पूर्णावतार भगवान श्रीकृष्ण भी इस तिथि को चंद्र दर्शन करने के पश्चात मिथ्या कलंक से नहीं बच पाए थे। ....
शुरू होने वाला है श्राद्ध पक्ष, पितरों की उपेक्षा करना पडेगा भारी
आगामी 5 सितंबर से श्राद्ध यानी कि पितृ पक्ष प्रांरभ होने जा रहा है। शास्त्रों के अनुसार पितरों और देवताओं की योनि ऐसी है कि वे दूर से कही हुई बातें सुन लेते हैं। दूर की पूजा भी ग्रहण कर लेते हैं और दूर से की गई स्तुति से भी संतुष्ट हो जाते हैं। अपने पितरों का तिथि अनुसार श्राद्ध करने से पितृ प्रसन्न होकर अनुष्ठाता की आयु को बढ़ा देते हैं। साथ ही धन धान्य, पुत्र-पौत्र तथा यश प्रदान करते हैं। इस दौरान खास चीजों को दान देने से पितर प्रसन्नक होते हैं और मनवांछित वस्तु पाने का वरदान देते हैं। ....
चमत्कारी है रुद्राक्ष, सभी तरह दुखों को दूर करने की ताकत रखता है
महादेव के सभी भक्तों को रुद्राक्ष धारण करना बेहद जरूरी है। पुराणों के अनुसार रुद्राक्ष की उत्पति के सम्बन्ध में कहा गया है कि एक बार भगवान आशुतोष शंकर जी ने देवताओं एवं मनुष्यो के हित के लिए असुर त्रिपुरासुर का वध करना चाहा और एक सो वर्षो तक तपस्या की। भगवान के मनोहर नेत्रों से आंसू गिरे उन्हीं आंसुओं से रुद्राक्ष के महान वृक्षों की उत्पति हुई| कहते हैं रूद्राक्ष को धारण करने वाला जातक हर तरह के अमंगल से दूर रहता है। कहते हैं, जो पूरे नियमों का ध्यान रख श्रद्धापूर्वक रुद्राक्ष को धारण करता है, उनकी सभी कष्ट दूर होते हैं और मनोकामनाएं पूरी होती हैं। कहा जाता है कि जिन घरों में रुद्राक्ष की पूजा होती है, वहां मां लक्ष्मी का वास होता है। यह भगवान शंकर की प्रिय चीज मानी जाती है।....
सूर्यग्रहण में इन राशियों का होगा फायदा, इनका नुकसान
आज सोमवती अमावस्या के साथ सूर्यग्रहण का दुर्लभ योग है। कहते हैं कि ऐसा योग सदियों में एक बार देखने को मिलता है। चूंकि आज सूर्य पर ग्रहण लगेगा यानी की सूर्य की शक्तियों पर थोडा विराम लगेगा। आप समझ सकते हैं कि जब ग्रहण से जब सूर्य ही कमजोर हो जाता है तो आमजन की तो क्या बिसात। यानी कि सूर्य ग्रहण से सभी राशियां प्रभावित होंगी। किस राशि पर क्या रहेगा असर आइए जानें- ....
आज है सोमवती अमावस्या, ये खास टोटके करने से बदल जाएगी आपकी किस्मत
सोमवार को आने वाली अमावस्या को सोमवती अमावस्या कहते हैं। शास्त्रों के अनुसार सूरज और चन्द्रमा दोनों शक्तिशाली ग्रह अमावस्या के दिन एक राशि में आ जाते हैं यानी एक राशि में रहते हैं तब तक अमावस्या रहती है। चन्द्रमा सूरज के सामने निस्तेज हो जाता है यानी चंद्र की किरणें नष्ट प्राय हो जाती हैं। तंत्र शास्त्र के मतानुसार अमावस्या के दिन किए गए उपाय, जाप, दान और पूजा अर्चना अत्यन्त प्रभावशाली होती है और इसका फल भी शीघ्र ही प्राप्त हो जाता है। कहते हैं सोमवती अमावस्या के दिन यदि ये खास टोटके किए जाएं तो जातक की किस्मत भी बदल सकती है।....
जन्मकुंडली बता सकती है कि पिछले जन्म में आप क्या थे?
पिछले जन्म में आप क्या थे? क्या वाकई आप जानना चाहते हैं? क्या आप पुनर्जन्म के सिद्धांत को मानते हैं? पिछला या पुनर्जन्म होता है या नहीं? यह सवाल प्रत्येक व्यक्ति के मन में होगा। ज्योतिषशास्त्र के अनुसार इन सब बातों का जवाब आपकी जन्मेकुंडली में लिखा होता है, केवल उसे पहचानकर पढने की है। ....
99 साल बाद होगा पूर्ण सूर्यग्रहण, अनिष्ट से बचने के लिए करें ये खास उपाय
कल यानी 21 अगस्त को साल का दूसरा सूर्यग्रहण पडेगा। इससे पहले 26 फरवरी को पहला सूर्य ग्रहण दिखाई दिया था। भारतीय समय के मुताबिक यह ग्रहण रात में 9.15 मिनट से शुरु होगा और रात में 2.34 मिनट पर खत्म होगा। भारत में इस दौरान रात रहेगी तो यहां पर कहीं भी सूर्य ग्रहण दिखाई नहीं देगा। ऐसे में कुछ खास उपायों को आजमाने से ग्रहण का सूतक कम लगता है और अनिष्ट होने की आशंका भी कम हो जाती है। ....
धनी बनाते हैं ये चमत्कारी योग
हर कोई पैसे वाला बनना चाहता है, लेकिन यह नहीं जानता कि उसे करना क्यास है? फलित ज्योतिष के द्वारा कुछ धनदायक योग हैं, जिनको साधकर धन प्राप्ति हो सकती है। इन योगों में लग्नत के अनुसार पैसों का आगम होता है।....
विवाह कब और कहां होगा, कैसा होगा जीवनसाथी, जानना चंद मिनट का खेल
आप भी अपनी कुंडली में सप्तम स्थान को देखकर अपने विवाह और जीवन साथी के बारे में जान सकते हैं | ज्योतिष के अनुसार कुल 12 राशियों का सप्तम स्थान में होने पर क्या प्रभाव जीवन पर पडता है । इस आलेख में बांचे- ....
आपका मूलांक बताएगा कि कैसी होगी आपकी जीवनसंगीनी
अंग्रेजी के प्रत्येक अक्षर को एक अंक दिया गया है, वर व कन्या दोनों के नाम लिखकर पहले उनका नामांक जाना जाता है फिर उन अंकों की प्रकृति के अनुरूप उनका मिलान किया जाता है। अंकशास्त्र के अनुसार वर-वधू दोनों के नामांक ज्ञात कर निम्नानुसार गुण मिलान का परिणाम बताया जा सकता है- ....
कैसी भी हो घातक बीमारी, इस उपाय से होगी चंद दिनों में दूर
आज की बदलती जीवनशैली के चलते एक से बढ़कर एक, नई-नई बीमारियां हमें घेरने लगी हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार एक से अधिक मारकेश की दशा, अंतर्दशा या प्रत्यंतर्दशा हमारे स्वास्थ्य और जीवन पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। असाध्य व गम्भीर व्याधियों से ग्रस्त व्यक्ति मृत्यु पर विजय प्राप्त करने व असामयिक निधन से बचाव के लिए मृत्युंजय मंत्र का जप व होम काफी लाभकारी माना गया है। तंत्रशास्त्र में मृत्युंजय मंत्र और गायत्री मंत्र के योग से बना यह मंत्र मृत संजीवनी के नाम से जाना जाता है, जिसका चैत्र मास में जप व होम करने से बड़ी से बड़ी बीमारियों से भी मुक्ति पाई जा सकती है-....
बोनसाई पौधे ला सकते हैं घर में खुशहाली और समृद्धि
हरयाली हम सब की आंखों को सुकून देती है, लेकिन आसपास जगह की कमी को देखते हुए हम घर में हरियाली को नहीं ला सकते हैं लेकिन वास्तु के अनुसार अगर घर में बोनसाई पौधों को लगाया जाए तो न केवल घर में हरियाली बिखरेगी बल्कि सुख-समृद्धि और धन-धान्यो में भी बढोतरी होगी। खास बात यह है कि इन पौधों की ऊंचाई और फैलाव बहुत कम होता है, परंतु इनमें फल और पुष्प आदि सामान्य पौधों के समान ही प्राप्त किये जा सकते हैं।....
जीवन को मंगलमय बनाने के लिए मंगल ग्रह को इस तरह मनाएं
ज्योतिष शास्त्र में मंगल को युद्ध के देवता का सेनापति माना गया है। मेष और वृश्चिक राशियों के स्वामी ग्रह मंगल मकर राशि में उच्च के तथा कर्क राशि में नीच के होते हैं। दुर्घटना, हथियार, रोग, साहस, पराक्रम, वीरता, भाई-बंधु, गृहस्थ सुख, शासक, शत्रु, आचरण, क्रोध, छल-कपट, चौर्य कर्म आदि के बारे में जानकारी के लिए मंगल ग्रह की स्थिति का ही सहारा लिया जाता है। जीवन में सभी चीजों के मंगल के लिए मंगल देव को मनाना चाहिए और उनकी आराधना करनी चाहिए। ....
हाथों की लकीरों में यह रेखा बताएगी किस क्षेत्र में बनेगा आपका करियर
कहते हैं भविष्य की सभी बातें जातक के हाथों में समाई होती है जरूरत केवल उसको जानकर उसके अनुसार कर्म और प्रयास करने की है। समय और परिस्थितिओं के अनुसार किसी भी व्यक्ति का भाग्य परिवर्तनशील होता है। व्यवसाय और कारोबार करने वालों के लिए समय एवम भाग्य महत्वपूर्ण माना जाता है। किसी व्यक्ति के जीवन में व्यवसाय की स्थिति कैसी रहेगी, यह जानने के लिए जन्म कुंडली के अलावा हस्त रेखाओं का अध्ययन भी किया जाता है। ....
प्रथम पहर के सपने हो सकते हैं सच, सपनों का मतलब जरूर समझें
सोने के बाद सपने देखना एक प्राकृतिक प्रक्रिया है। स्वप्न दिन या रात्रि में कभी भी दिखायी दे सकते हैं। देखे गए स्वप्न अच्छे अथवा बुरे होते हैं, जिन्हें ज्योतिष शास्त्र की भाषा में शुभ अथवा अशुभ कहा जाता है। दिन में देखे गए गए स्वप्न फल रहित होते हैं परन्तु रात्रि के प्रथम पहर में जो स्वप्न दिखायी देते हैं, उनका शुभ या अशुभ प्रभाव एक वर्ष की अवधि में मिलता है। प्रातः काल में स्वप्न देखने के बाद यदि जातक जाग जाता है और दोबारा शयन नहीं करता तो उसके देखे गए स्वप्न शीघ्र फलदायी माने जाते हैं। यदि रात्रि में जातक एक से अधिक स्वप्न देखता है तो उसका अंतिम स्वप्न ही फलदायी होता है। अस्वस्थ, रोगी, असंयमी, चिंता एवं उन्मादग्रस्त, मूत्र और शौच के वेग के अधीन देखे गए स्वप्न व्यर्थ होते हैं। क्य होते हैं सपनों के मायने जानें जरा-....