जानिये कब मनाई जाएगी काल भैरव जयन्ती, पूजा मुहूर्त और विधि
हिंदू धर्म में भगवान शिव के रौद्र रूप काल भैरव की पूजा का विशेष दिन माना जाता है। काल भैरव जयंती हर वर्ष मार्गशीर्ष माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनायी जाती है।....
मंत्र जप के साथ करना चाहिए ध्यान: अगहन मास में श्रीकृष्ण पूजा से बढ़ाएं सकारात्मकता
अगहन मास, जिसे मार्गशीर्ष मास भी कहा जाता है, हिंदू धर्म में विशेष महत्व रखता है। इस पवित्र महीने में श्रीकृष्ण की पूजा, मंत्र जप और ध्यान का अत्यधिक महत्व है। इसे न केवल आध्यात्मिक उन्नति का समय माना जाता है, बल्कि यह मन और आत्मा में सकारात्मकता लाने का भी एक माध्यम है।....
अगहन मास की शुरूआत: 15 दिसंबर तक रहेगा, श्रीकृष्ण और शंख पूजा का विशेष महत्व
हिंदू पंचांग के अनुसार अगहन मास की शुरूआत हो गई है, जो 15 दिसंबर तक चलेगा। यह माह धार्मिक और आध्यात्मिक दृष्टि से विशेष महत्व रखता है। इस मास को भगवान श्रीकृष्ण और शंख पूजा के लिए उत्तम माना जाता है। साथ ही, अक्षय पुण्य प्राप्त करने के लिए स्त्रान, दान और व्रत का भी विशेष महत्व है।....
कार्तिक पूर्णिमा आज, गया के विष्णुपद मंदिर में उम़डे आस्थावान
कार्तिक पूर्णिमा के मौके पर बिहार के गया स्थित विश्व प्रसिद्ध विष्णुपद मंदिर में श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। श्री विष्णुपद प्रबंधकारिणी समिति के सदस्य मणिलाल बारीक ने आईएएनएस से बातचीत में कार्तिक पूर्णिमा के दिन दर्शन का खास महत्व बताया। ....
इंटरनेशनल पेंडुलम डाउजिंग एक्सपर्ट राजीव सरदाना : पेंडुलम डाउजिंग अदृश्य वर्तमान जानने का तरीका है!
प्राचीनकाल से ही दुनिया में डाउजिंग के अनेक तरीके लोकप्रिय रहे हैं, भारत में भाव आना, कजली भरना, शक्ति बुलाना जैसे, ऎसे ही अनेक तरीके प्रचलन में रहे हैंक्
पूरी दुनिया में पेंडुलम डाउजिंग आज भी अदृश्य वर्तमान को जानने के लिए सर्वाधिक लोकप्रिय है....
वRी अवस्था में हैं गुरू, इन उपायों से मजबूत करें गुरू ग्रह, कम होगा प्रभाव
गुरू इस समय वRी अवस्था में चल रहे हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, गुरू की वRी अवस्था को अनुकूल नहीं माना गया है। गुरू के वRी होने से व्यक्ति का मन धर्म कर्म के कायों� में कम लगता है। साथ ही ऎसे लोगों को आर्थिक परेशानियों का सामना करना प़डता है। हालांकि, राशि के अनुसार, सभी पर अलग -अलग प्रभाव होता है लेकिन, यदि कार्तिक मास के गुरूवार के दिन गुरू के संबंधित कुछ आसान उपाय कर लिए जाएं तो इसका प्रभाव कम किया जा सकता है। ....
वRी अवस्था में हैं गुरू, इन उपायों से मजबूत करें गुरू ग्रह, कम होगा प्रभाव
गुरू इस समय वRी अवस्था में चल रहे हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, गुरू की वRी अवस्था को अनुकूल नहीं माना गया है। गुरू के वRी होने से व्यक्ति का मन धर्म कर्म के कायों� में कम लगता है। साथ ही ऎसे लोगों को आर्थिक परेशानियों का सामना करना प़डता है। हालांकि, राशि के अनुसार, सभी पर अलग -अलग प्रभाव होता है लेकिन, यदि कार्तिक मास के गुरूवार के दिन गुरू के संबंधित कुछ आसान उपाय कर लिए जाएं तो इसका प्रभाव कम किया जा सकता है। ....
वRी अवस्था में हैं गुरू, इन उपायों से मजबूत करें गुरू ग्रह, कम होगा प्रभाव
गुरू इस समय वRी अवस्था में चल रहे हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, गुरू की वRी अवस्था को अनुकूल नहीं माना गया है। गुरू के वRी होने से व्यक्ति का मन धर्म कर्म के कायों� में कम लगता है।....
नहाए खाय से शुरू हुआ छठ पर्व, कद्दू भात से क्यों होती है पर्व की शुरूआत
छठ पर्व की शुरूआत कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि से होती है। इस अवसर पर सूर्य देव और छठी मैया की पूजा की जाती है। महिलाएं इस व्रत को अपनी संतान की सुरक्षा और उ�वल भविष्य की कामना के लिए करती हैं। छठ पर्व के पहले दिन "नहाए खाय" का आयोजन किया जाता है, जो इस पर्व को मनाने वालों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण होता है।....
साप्ताहिक राशिफल 4 नवंबर से 10 नवंबर 2024 तक
लग्नराशि पर आधारित कला शांति ज्योतिष साप्ताहिक राशिफल में जानिए इस सप्ताह आपका पारिवारिक जीवन, आर्थिक दशा, स्वास्थ्य और कार्यक्षेत्र में आपकी स्थिति कैसी रहेगी....
16 नवंबर से इन 4 राशियों का चमकेगा भाग्य, बुधादित्य राजयोग से आएगा ब़डा लाभ
ज्योतिष के अनुसार, इस 16 नवंबर को सूर्य और बुध के एक साथ वृश्चिक राशि में आने से बुधादित्य राजयोग बन रहा है, जो चार राशियों के लिए अत्यंत शुभ प्रभाव लेकर आएगा। इस योग का निर्माण उन जातकों की कुंडली में होता है, जहां सूर्य और बुध एक साथ उपस्थित होते हैं। इसे बुधादित्य राजयोग कहा जाता है, जो सफलता, धन, मान-सम्मान और तरक्की का योग लाता है। आइए जानते हैं कि कौन सी राशियां होंगी इस भाग्यशाली प्रभाव से प्रभावित।
....
जानिये नरक चतुर्दशी पर जलाने चाहिए कितने दीपक, किस दिशा में लगाना चाहिए यम के नाम का दीपक
हिंदू धर्म में नरक चतुर्दशी का पर्व बहुत ही खास माना गया है। इस साल छोटी दीपावली 31 अक्तूबर 2024, गुरूवार को है। इसे रूप चतुर्दशी, यम चतुर्दशी या छोटी दीपावली भी कहते हैं।....
छोटी दीपावली पर कर लें यह काम, नहीं होंगे नर्क के दर्शन
छोटी दीपावली को नरक चतुर्दशी या नरक चौदस भी कहा जाता है। नरक चतुर्दशी दीपावली से एक दिन पहले मनाई जाती है। इस दिन कृष्ण भगवान, यमराज की पूजा की पूजा की जाती है।....
जानिये नरक चतुर्दशी पर जलाने चाहिए कितने दीपक, किस दिशा में लगाना चाहिए यम के नाम का दीपक
हिंदू धर्म में नरक चतुर्दशी का पर्व बहुत ही खास माना गया है। इस साल छोटी दीपावली 31 अक्तूबर 2024, गुरूवार को है। इसे रूप चतुर्दशी, यम चतुर्दशी या छोटी दीपावली भी कहते हैं। इस दिन मां लक्ष्मी, भगवान कुबेर और यम देव की पूजा का विधान है। नरक चतुर्दशी की शाम को यम का दीपक जलाने की भी परंपरा है।....
धनतेरस और दीपावली पर शनि का प्रभाव: बदल सकती है इन राशियों की किस्मत
साल 2024 में धनतेरस का पर्व 29 अक्टूबर को और दीपावली 31 अक्टूबर को मनाई जाएगी। इस बार ये दोनों महत्वपूर्ण पर्व शनि देव के कुंभ राशि में वRी अवस्था में होने के साथ आएंगे, जो बहुत ही दुर्लभ संयोग है। लगभग 30 सालों के बाद ये विशेष संयोग बन रहा है,....