हाथों की लकीरें बताती हैं कि किस्मत खुलने वाली है...

बात धन और पैसे की हो तो आपकी हथेली को देखकर पता लगाया जा सकता है कि धन योग कैसे और कब बन रहे हैं?


भाग्यरेखा हथेली के अंत स्थान यानी मणिबंध से शुुरू हो रही हो। साथ ही शनि पर्वत तक पंहुच रही हो। साथ ही भाग्य रेखा पर किसी प्रकार के अशुभ निशान न हो तो व्यवसाय में सफलता मिलने की ओर संकेत करता है। व्यवसाय से धन लाभ होने का योग बनता है।
जीवन रेखा, मस्तिष्क रेखा और भाग्य रेखा तीनों ही सही लंबाई में हो। तीनों रेखाओं पर अशुभ चिन्ह न हो। हथेली पर पाए जाने वाले ये दो लक्षण धन के मामले में लाभ करवाने वाले माने गए हैं। ऐसी रेखाओं के साथ जीवन रेखा से उदय होने वाली भाग्य रेखा कई भागों में बंटी हो यानी शाखायुक्त हो तब अपार धन संपदा का मालिक बनने का योग होता है।
हथेली भारी और फैली हुई हो। उंगलियां कोमल और नरम हो। ऐसी हथेली होने से बहुत धनवान होने का योग बनता है।
हथेली में शनि पर्वत यानी मध्यमा उंगली के पास आकर दो या इससे अधिक रेखाएं आकर ठहरती हैं, तो अनेक तरफ से धन और सुख लाभ करवाने वाली होती है।
शनि पर्वत अगर उठा हुआ हो। जीवन रेखा सही तरीके से घुमावदार हो। ये लक्षण हथेली में होने से धनवान बनाते हैं।
मस्तिष्क रेखा सही स्थिति में हो यानी कि टूटी हुई और कटी हुई नहीं हो। साथ ही भाग्य रेखा की एक शाखा जीवन रेखा से निकलती हो। हथेलियां गुलाबी व मांसल हो तो करोड़ों में संपदा होने का योग बनता है।
उंगलियां सीधी और पतली हो। हृदय रेखा गुरु पर्वत तक जाए। भाग्य रेखा एक से अधिक हो। हथेली के ये लक्षण धन संपत्ति के मामले में लकी बनाते हैं। नौकरी करें या व्यवसाय आमदनी करोड़ों में होने का योग बनता है।
चंद्र पर्वत से कोई रेखा निकलकर शनि पर्वत पर पहुंचे और इस पर कहीं त्रिभुज का चिन्ह बन रहा हो तब व्यक्ति की आय सामान्य रहती है।
चंद्र पर्वत से कोई पतली रेखा अगर मस्तिष्क रेखा पर आकर रुक जाए तो व्यक्ति भावुकता के कारण अपने भाग्य की हानि करता रहता है। ऐसे व्यक्ति की आय भी सामान्य रहती है।
भाग्य रेखा शुरुआत में मोटी हो और बाद में पतली होती जाए और सीधे शनि पर्वत पर जाए। उंगलियां पतली और सीधी हों। हथेली पर गुरु, सूर्य, शनि, बुध चारों पर्वत अच्छी स्थिति मंं हो यानी कि सही तरीके से उभार लिए हो। हाथ का रंग साफ हो। तब अचानक धन लाभ होने से धनवान होने का योग बनता है।
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