गणेशजी को समर्पित है बुधवार, पूजा है अतिलाभकारी, मिलेगी हर समस्या से निजात
Astrology Articles I Posted on 15-03-2023 ,08:33:07 I by:
सप्ताह का हर दिन शास्त्रों में किसी न किसी देवता को समर्पित है। बुधवार के स्वामी भगवान गणेश को माना जाता है। इस दिन गणपति की पूजा करने से बौद्धिक क्षमता मजबूत होती है। व्यापार में वृद्धि होती है और मनुष्य अपने क्षेत्र में उन्नति करता है। यदि किसी की कुंडली में बुध नीच या अशुभ स्थिति में है तो बुधवार के दिन कुछ उपाय करने से बुध में खटास और शुभ स्थिति मजबूत हो सकती है। यह भी मनुष्य के सोए हुए भाग्य को सहारा देता है, और वह थोड़ी सी मेहनत करके सफल होता है। ऐसे लोगों का घर धन से भरा रहता है और इन्हें जीवन में कभी भी धन की चिंता नहीं होती है।
हिन्दू शास्त्रों में भगवान गणेश जी को, विघ्नहर्ता अर्थात सभी तरह की परेशानियों को खत्म करने वाला बताया गया है। प्रत्येक शुभ कार्य में सबसे पहले भगवान गणेश की ही पूजा की जानी अनिवार्य बताई गयी है। पुराणों में गणेशजी की भक्ति शनि सहित सारे ग्रहदोष दूर करने वाली भी बताई गई है। हर बुधवार के शुभ दिन गणेशजी की उपासना से व्यक्ति का सुख-सौभाग्य बढ़ता है और सभी तरह की रुकावटें दूर होती हैं।
हिन्दू शास्त्रों का कहना है कि देवों ने गणेशजी को अग्रपूजा का विधान बनाया है। इसी के चलते हिन्दू संस्कृति और पूजा में भगवान श्रीगणेश जी को सर्वश्रेष्ठ स्थान दिया गया है। कहते हैं देवता भी अपने कार्यों की बिना किसी विघ्न से पूरा करने के लिए गणेश जी की पूजा सबसे पहले करते हैं। शास्त्रों में जिक्र आता है कि भगवान शंकर त्रिपुरासुर का वध करने में जब असफल हुए, तब उन्होंने गंभीरतापूर्वक विचार किया कि आखिर उनके कार्य में विघ्न क्यों पड़ा? तब महादेव को ज्ञात हुआ कि वे गणेशजी की अर्चना किए बगैर त्रिपुरासुर से युद्ध करने चले गए थे। इसके बाद शिवजी ने गणेशजी का पूजन करके उन्हें लड्डुओं का भोग लगाया और दोबारा त्रिपुरासुर पर प्रहार किया, तब उनका मनोरथ पूर्ण हुआ।
प्रात: काल स्नान ध्यान आदि से सुद्ध होकर सर्व प्रथम ताम्र पत्र के श्री गणेश यन्त्र को साफ मिट्टी, नमक, निम्बूसे अच्छे से साफ़ करे। पूजा स्थल पर पूर्व या उत्तर दिशा की और मुख कर के आसान पर विराजमान हो कर सामने श्री गणेश यन्त्र की स्थापना करें। शुद्ध आसन में बैठकर सभी पूजन सामग्री को एकत्रित कर पुष्प, धूप, दीप, कपूर, रोली, मौली लाल, चंदन, मोदक आदि गणेश भगवान को समर्पित कर, इनकी आरती करे। अंत में भगवान गणेश जी का स्मरण कर ऊँ गं गणपतये नम: मंत्र का 108 बार जाप करना चाहिए।
आज हम पाठकों को कुछ ऐसे उपाय बताने जा रहे हैं जिनको करने से परिजनों और व्यक्ति के दुख दूर होते हैं। आइए डालते हैं एक नजर उन उपायों पर...
1. बुधवार के दिन घर में सफेद रंग के गणपति की स्थापना करने से समस्त प्रकार की तंत्र शक्ति का नाश होता है।
2. धन प्राप्ति के लिए बुधवार के दिन श्री गणेश को घी और गुड़ का भोग लगाएं। थोड़ी देर बाद घी व गुड़ गाय को खिला दें। ये उपाय करने से धन संबंधी समस्या का निदान हो जाता है।
3. परिवार में कलह कलेश हो तो बुधवार के दिन दूर्वा के गणेश जी की प्रतिकात्मक मूर्ति बनवाएं। इसे अपने घर के देवालय में स्थापित करें और प्रतिदिन इसकी विधि-विधान से पूजा करें।
4. घर के मुख्य दरवाजे पर गणेशजी की प्रतिमा लगाने से घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है। कोई भी नकारात्मक शक्ति घर में प्रवेश नहीं कर पाती है।
5. बुधवार के दिन किसी किन्नर को कुछ धन दान करें और उनसे आशीर्वाद स्वरूप कुछ धन लें। धन को पूजा स्थान में रखें और धूप दिखाएं। इसके बाद इसे हरे कपड़े में लपेटकर उस स्थान पर रख दें जहां धन रखा हो। कुछ ही समय में आपको घर में बरकत नजर आएगी।
6. बुधवार के दिन सूर्योदय से पहले 5 मु_ी मूंग लेकर उस पर सात बार वार करें। इसके बाद भगवान से अपनी मनोकामना पूरी करने के लिए कहें और उसे बहते जल में प्रवाहित कर दें। इससे आर्थिक स्थिति कुछ ही समय में सुधरने लगेगी।
7. बुधवार के दिन प्रभु श्री गणेश को 21 या 42 जावित्री अर्पित करें। इससे जल्द ही परिवार से आर्थिक परेशानियां दूर होने लगेंगी।
8. किसी मंदिर में जाकर भगवान गणेश को दूर्वा और लड्डू का भोग लगाएं और माता लक्ष्मी को कमल का फूल चढ़ाएं। ऐसा लगातार 11 या 21 बुधवार तक करें।
9. बुधवार के दिन भगवान गणेश के अथर्वशीर्ष का पाठ करें। उन्हें मोदक या लड्डू का भोग लगाएं। इसके बाद मां लक्ष्मी की विधि-विधान से पूजा करें। उन्हें गुलाब का फूल अर्पित करें और खीर का भोग लगाएं। इसके बाद दोनों के घर में कृपा बनी रहने की कामना करें। ऐसा हर बुधवार को करने से कुछ ही समय में बुध की स्थिति में सुधार होने लगेगा।
10. अगर कर्ज ज्यादा है और आप उसे उतार नहीं पा रहे हैं तो बुधवार के दिन सवा मूंग लाकर उबाल लें। इसके बाद किसी गाय को घी और चीनी मिलाकर खिलाएं। ऐसा लगातार 5 या 7 बुधवार तक करें।