मेष राशि में होने जा रहा शुR ग्रह का गोचर, जानिये किस पर कैसा प़डेगा प्रभाव
Astrology Articles I Posted on 11-03-2023 ,07:27:51 I by:
ज्योतिष में ग्रहों का एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करने को ग्रहों का गोचर कहा जाता है। ग्रहों के गोचर का बारह राशियों पर अपना-अपना अलग प्रभाव पड़ता है। राशि परिवर्तन का ज्योतिष में महत्त्वपूर्ण स्थान है। ऐसा ही एक गोचर 12 मार्च को होने जा रहा है। ज्योतिषियों के अनुसार 12 मार्च को दैत्यों के गुरु शुक्र देव राशि परिवर्तन करने जा रहे हैं। यह परिवर्तन ज्योतिष में बहुत महत्त्व रखता है, क्योंकि शुक्र ग्रह को ज्योतिष में धन, वैभव, ऐश्वर्य और भौतिक सुख का दाता कहा जाता है। 12 मार्च को शुक्र ग्रह मेष राशि में गोचर करने जा रहे हैं। जिसका प्रभाव सभी राशियों के जातकों पर देखने को मिलेगा। शुक्र ग्रह 12 मार्च 2023 को सुबह 8 बजकर 13 मिनट पर मेष राशि में गोचर करेंगे। मेष राशि में शुक्र ग्रह ऊर्जावान स्थिति में होंगे। मेष राशि में शुक्र ग्रह रोमांटिक होने के साथ-साथ साहसी और जोखिम उठाने वाला भी हो सकता है। वे विलासिता और भौतिकवादी सुख चाहते हैं।
कुछ राशियों के लिए यह गोचर लाभदायक है तो कुछ के लिए यह हानिकारक है। आइए जानते हैं ये राशियां कौन सी हैं....
मेष
शुक्र ग्रह का गोचर मेष राशि के जातकों को शुभ साबित हो सकता है, क्योंकि इस राशि में राहु और शुक्र की युति बनेगी। साथ ही सप्तम दृष्टि से शुक्र खुद अपने घर को ही देखेंगे। इसलिए आपकी मैरिज लाइफ में एक सुकून रहेगा। साथ ही जीवनसाथी के सहयोग से लाभ होगा। वहीं जीवनसाथी की तरक्की भी होगी। साथ ही आपको व्यापारिक पार्टनर का सहयोग प्राप्त होगा। वहीं आपके कार्यों की सिद्धि होगी। साथ ही धन की आवक भी होगी। वहीं आपकी राशि के स्वामी मंंगल ग्रह धन के धर में रहेंगे। साथ ही धन के स्वामी शुक्र ग्रह मेष राशि में रहेंगे। इसलिए आप नया काम भी शुरू कर सकते हैं।
मिथुन
आप लोगों के लिए शुक्र ग्रह का गोचर लाभप्रद सिद्ध हो सकता है, क्योंकि शुक्र ग्रह आपकी राशि से इनकम भाव में गोचर कर रहे हैं। इसलिए इस समय आपकी आय में बढ़ोतरी हो सकती है। साथ ही विदेशों से धनलाभ हो सकता है। वहीं इस समय आप मांगलिक और धार्मिक कार्यक्रम में शामिल हो सकते हैं। धन, ऐश्वर्य की प्राप्ति हो सकती है। लेकिन फिजूल के खर्च भी हो सकते हैं।
मकर
शुक्र ग्रह का राशि परिवर्तन मकर राशि के जातकों को लाभकारी सिद्ध हो सकता है। क्योंकि शुक्र ग्रह आपकी गोचर कुंडली में केंद्र त्रिकोण राजयोग बना रहे हैं। इसलिए इसम समय आपके भाग्य में वृद्धि होगी। वहीं उन्नति के मार्ग खुलेंगे। साथ ही सुख- सुविधाओं की प्राप्ति हो सकती है। इस समय आप कोई लग्जरी आयटम खरीद सकते हैं। वहीं अगर आप इस वक्त कोई जमीन खरीदना या फिर बेचना चाहते हैं तो यह समय इस काम के लिए अनुकूल है।
वृषभ
वृषभ राशि के जातकों की कुंडली में शुक्र ग्रह लग्न और छठे भाव का स्वामी है। लग्नेश शुक्र का बारहवें भाव में गोचर करना वृषभ राशि के जातकों के लिए स्वास्थ्य की दृष्टि से अनुकूल स्थिति नहीं है। परिणामस्वरूप, मेष राशि में शुक्र के गोचर के दौरान उन्हें कुछ स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का अनुभव हो सकता है, और चिकित्सा खर्चों के कारण धन का बहुत अधिक प्रवाह भी होगा। अपने विवाह या संबंध के बाहर ऐसी अनैतिक गतिविधियों में शामिल न हों जो आपको बदनाम कर सकती हैं और यहां तक कि कुछ संघर्ष या कानूनी मुकदमेबाजी भी कर सकती हैं।
तुला
तुला राशि के जातकों की कुंडली में शुक्र ग्रह लग्न और अष्टम भाव के स्वामी हैं। यह इस समय जीवन साथी और व्यवसाय में साझेदारी के सप्तम भाव में गोचर कर रहा है। यअष्टम भाव का स्वामी गोपनीयता और गुप्त इच्छा का स्वामी होने के कारण, आपको विवाहेतर संबंधों में लिप्त होने की संभावना है, जो आपके रिश्तों के साथ-साथ आपकी छवि के लिए भी हानिकारक साबित हो सकता है। अपनी सीमा के भीतर रहें, सीमाओं को न लांघें और अपने प्रिय के साथ गुणवत्तापूर्ण समय बिताएं।
वृश्चिक
वृश्चिकराशि के जातकों के बारहवें और सातवें भाव के स्वामी ग्रह शुक्र हैं। और इस गोचर के दौरान वो आपके छठे भाव में गोचर करेंगे। छठा भाव शत्रु, स्वास्थ्य, प्रतियोगिता, मामा का भाव होता है। तो शुक्र का मेष राशि में गोचर वृश्चिक राशि के जातकों को मिश्रित परिणाम देगा। आपके सप्तमेश और लग्न के कारक होने के कारण शुक्र छठे भाव में गोचर कर रहा है जो दर्शाता है कि वृश्चिक राशि के जातकों के वैवाहिक जीवन के लिए यह गोचर सकारात्मक नहीं हो सकता है, आपको अपने जीवन साथी के साथ संघर्ष का सामना करना पड़ सकता है। बारहवें भाव पर शुक्र की दृष्टि से आप काफी धन खर्च कर सकते हैं।