सावन के सोमवार को घर लानी चाहिए यह वस्तुएँ, सुख-समृद्धि का होता है प्रवेश

बीती 14 जुलाई से शुरू हुए सावन के महीने का आज 5वां दिन और पहला सोमवार है। सावन का पवित्र महीना भगवान शिव को समर्पित होता है जिसमें हर सोमवार को विशेष पूजा की जाती है और आशीर्वाद लिया जाता है। सोमवार के दिन व्रत-उपवास किया जाता है। खासतौर पर कुंवारी कन्याओं और शादीशुदा महिलाओं के लिए सावन सोमवार व्रत का बड़ा महत्व बताया गया है। सावन के सोमवार को घरों में कुछ चीजों का लाना शुभ माना जाता है। कहते हैं इन चीजों को सावन के किसी भी सोमवार को घर में लाने से बरकत तो होती ही है साथ ही घर में सुख-शांति और समृद्धि का प्रवेश होता है।

आइए डालते हैं एक नजर उन चीजों पर जिन्हें सावन के सोमवार को घर में लाना चाहिए...

चांदी का बेलपत्र
भगवान शिव को बेलपत्र चढ़ाना बहुत ही शुभ माना जाता है। बेलपत्र के बिना शिवजी की पूजा बिल्कुल अधूरी है। वास्तु के अनुसार, अगर आप सोमवार के दिन रोजाना बेलपत्र नहीं चढ़ा पाते हैं तो चांदी का बेलपत्र बनवाकर आप उसे रोजाना साफ करके भगवान शिव को समर्पित कर सकते हैं। ऐसे करने से व्यक्ति द्वारा किए गए पापों से शांति मिलती है।

नाग नागिन का जोड़ा
वास्तु के मुताबिक सोमवार के दिन नाग नागिन का जोड़ा शिवलिंग पर चढ़ाना बहुत शुभ माना जाता है। इस बार सावन का पहला सोमवार 18 जुलाई को है इस दिन नागपंचमी का भी है। इस दिन आप अपने घर में अगर पारद शिवलिंग की स्थापना करते हैं तो यह जोड़ा शिवलिंग पर चढ़ा दें वरना आप किसी मंदिर में जाकर भी शिवलिंग पर नाग नागिन का जोड़ा चढ़ा सकते हैं। ऐसा करने से काल सर्प दोष में शांति मिलती है। अगर किसी की कुंडली में नाग दोष या पितृ दोष है तो ऐसा करने से लाभ मिलता है। साथ ही सकारात्मक विचार भी मन में आते हैं।

चांदी या तांबे का त्रिशूल
त्रिशूल भगवान शिव का अस्त्र है। ऐसा कहते हैं कि जिस घर में भगवान शिव का त्रिशूल होता है वहां नकारात्मक ऊर्जा दाखिल नहीं होती है। सावन के पहले सोमवार आप चांदी का त्रिशूल लाकर मंदिर में रख सकते हैं। यदि आप चांदी का त्रिशूल खरीदने में असमर्थ हैं तो तांबे का त्रिशूल भी ले सकते हैं।

चांदी के नंदी
चांदी का नंदी घर में रखना बहुत शुभ होता है। सावन के किसी भी सोमवार के दिन चांदी का नंदी लाकर तिजोरी में या उस जगह रख दें, जहां पैसे-गहने रखते हों। इससे पैसे आने के नए रास्ते बनेंगे और आर्थिक स्थिति बेहतर होगी।

पारद शिवलिंग
पुराणों में पारद शिवलिंग को बहुत ही पवित्र और खास माना गया है। पारद शिवलिंग चांदी और पारे के मिश्रण से बना होता है। कहते हैं पारद शिवलिंग की पूजा करने से व्यक्ति को भगवान शिव का आशीर्वाद प्राप्त होता है साथ ही माता लक्ष्मी भी प्रसन्न होती हैं। पारद शिवलिंग की पूजा करने से ग्रह दोष से भी शांति मिलती है। पारद शिवलिंग की पूजा का प्रभाव बाकी शिवलिंग के प्रभाव से करोड़ों गुना अधिक होता है। इसकी पूजा करने से व्यक्ति बीमारियों से भी बचता है।

भस्म
शास्त्रों के अनुसार, जहां अन्य देवी-देवताओं को सुंदर वस्त्र और आभूषण प्रिय हैं तो वहीं भगवान शिव का गहना निराला ही है। भगवान शिव को भस्म प्रिय है जिसे वह शरीर पर लगाए रहते हैं। सावन में आप भस्म भी घर लेकर आ सकते हैं। शिवलिंग पर भस्म लगाने से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं। भोलेनाथ की रमाई भस्म को घर में रखने से दरिद्रता दूर रहती है। सावन के किसी भी सोमवार को शिव मंदिर से भस्म ले आएं और पूजा स्थल पर एक चांदी की डिब्बे में रख दें। सावन महीने में शिव पूजा में भस्म को भी शामिल करें। इसके बाद उस डिब्बे को तिजोरी या पैसे रखने वाले स्थान पर रखें। ऐसा करने से आपकी तरक्की होगी।

डमरू
भोलेनाथ को डमरू बहुत प्रिय है। मान्यता है कि घर में डमरू रखने से कुछ अनिष्ट नहीं होता। डमरू की आवाज घर के वातावरण को तनाव मुक्त बना देती है। सावन में रोजाना घर पर डमरू बजाकर भगवान शिव की अराधना की जाए तो भोलेनाथ बहुत प्रसन्न होते हैं। सावन सोमवार के दिन घर में डमरू लाने से नेगेटिव एनर्जी दूर होती है, हर काम में सफलता मिलती है। इसे बच्चों के कमरे में रखना सबसे ज्यादा शुभ होता है।

गंगाजल
श्रावण मास में गंगाजल घर लाना बहुत ही शुभ माना गया है। गंगाजल से भगवान शिव या शिवलिंग का जलाभिषेक किया जाता है। सावन के किसी भी सोमवार के दिन अपने रसोई घर में गंगाजल लाकर रख लें। मान्यता है कि ऐसा करने से घर में सुख शांति बनी रहती है और सौभाग्य में वृद्धि होती है। अगर किसी के परिवार में अशांति का माहौल बना हुआ है तो रसोई में गंगा जल रखने से घर परिवार में शांति और खुशहाली बनी रहती है।

रुद्राक्ष
भगवान शिव का संबंध रुद्राक्ष से है। हिंदू धर्म की मान्यताओं के अनुसार्, भगवान शिव के जहां आंसू गिरे वहां रूद्राक्ष पैदा हुआ। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, सावन के सोमवार के दिन रुद्राक्ष को घर के मुख्य कमरे में रखें। इससे घर परिवार में धन धान्य की वृद्धि होती है। साथ ही घर में आर्थिक परेशानियां भी दूर होती है। इतना ही नहीं धन आगमन के स्रोत बढ़ते हैं।


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