मोक्षदा एकादशी के नाम से जानी जाती है वर्ष की अन्तिम एकादशी, शुभ होता है इन वस्तुओं को खरीदना
Astrology Articles I Posted on 14-12-2023 ,06:53:40 I by:
वर्ष में 24 एकादशी आती हैं। इनमें दिसम्बर माह (मार्गशीर्ष माह) के शुक्ल पक्ष में पड़ने वाली एकादशी वर्ष की अन्तिम एकादशी होती है। इस एकादशी को मोक्षदा एकादशी के नाम से जाना जाता है। नाम के ही अनुसार, माना जाता है कि मोक्षदा एकादशी का व्रत रखने पर जातक को मोक्ष की प्राप्ति होती है। हिंदू धर्म में एकादशी का विशेष धार्मिक महत्व होता है। माना जाता है एकादशी के दिन व्रत रखने पर भगवान विष्णु प्रसन्न होते हैं और जीवन से कष्टों का निवारण करते हैं। मान्यतानुसार एकादशी का व्रत रखने पर ही मोक्ष की प्राप्ति होती है और एकादशी की पूजा अश्वमेध हवन जितना पूण्य देती है।
पंचांग के अनुसार, मोक्षदा एकादशी मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि पर मनाई जाती है और इसी दिन एकादशी का व्रत रखा जाता है। एकादशी का व्रत रखने वाले भक्तों को भगवान विष्णु की विशेष कृपा प्राप्त होती है। साथ ही पूर्वजों की आत्मा को शांति भी मिलती है। पौराणिक कथाओं के अनुसार, मोक्षदा एकादशी के दिन ही भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन को गीता का उपदेश दिया था। आज हम खास खबर डॉट कॉम के पाठकों को इस एकादशी से जुड़ी कुछ बातें बताने जा रहे हैं—
कब है मोक्षदा एकादशी
पंचांग के अनुसार, इस साल 22 दिसंबर के दिन मोक्षदा एकादशी का व्रत रखा जाएगा। मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष की मोक्षदा एकादशी तिथि 22 दिसंबर की सुबह 8 बजकर 16 मिनट से शुरू हो रही है और इस तिथि का समापन अगले दिन 23 दिसंबर की सुबह 7 बजकर 11 मिनट पर हो जाएगा। इसके चलते यह 22 दिसंबर के दिन मनाई जा रही है। एकादशी के अगले दिन 23 दिसंबर दोपहर 1 बजकर 22 मिनट से 3 बजकर 25 मिनट के बीच एकादशी के व्रत का पार किया जा सकता है।
वैष्णव समाज के लोग मान्यतानुसार 23 दिसंबर के दिन मोक्षदा एकादशी का व्रत रखेंगे और 24 दिसंबर की सुबह 7 बजकर 10 मिनट से सुबह 9 बजकर 14 मिनट के बीच व्रत का पारण करेंगे।
इन चीजों को खरीदना होता है शुभ
—मोक्षदा एकादशी के दिन कामधेनु गाय घर लाना शुभ माना जाता है। कहते हैं इस गाय की मूर्ति की पूजा करने पर घर में सुख-समृद्धि आती है।
—सफेद हाथी की प्रतिमा भी घर लाई जा सकती है। कहते हैं सफेद हाथी भगवान विष्णु का प्रिय होता है।
—तुलसी का पौधा घर लाना भी शुभ माना जाता है। कहते हैं तुलसी मां लक्ष्मी का स्वरूप हैं। इसीलिए मोक्षदा एकादशी पर घर में तुलसी लाई जा सकती है।
—इस दिन घर में मछली की प्रतिमा भी लाई जा सकती है।