हनुमान जयंती पर ये उपाय करने से होंगी पूरी मनोकामनाएँ
Astrology Articles I Posted on 14-04-2022 ,08:29:13 I by:
चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को हनुमान जयंती मनाई जाती है। इस बार हनुमान जयंती 16 अप्रैल 2022, शनिवार को मनाई जाएगी। कहा जाता है कि जो भक्त सच्चे भाव से हनुमान जी की पूजा करते हैं, उन्हें मनवांछित फल मिलता है। बजरंगबली का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए हनुमान जयंती का दिन अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है।
आज हम अपने पाठकों को कुछ उपाय बताने जा रहे है जिनकी मदद से वे जीवन में चल रही परेशानियों से छुटकारा पा सकते हैं...
1. सभी कष्टों से मुक्ति पाने के लिए हनुमान जयंती पर पारे से निर्मित हनुमान जी की पूजा करें और ऊँ रामदूताय नम: मंत्र का 108 बार रुद्राक्ष की माला से ही जाप करें।
2. हनुमान जी की कृपा पाने के लिए सभी उपाय में सबसे आसान इस उपाय को करने के लिए हनुमान जयंती के दिन बजरंगबली की मूर्ति पर गुलाब के फूल की माला चढ़ाएं। इसके अलावा भोग में बूंदी या बेसन के लड्डू अर्पित करें।
3. हनुमान जयंती के दिन विशेष पान का बीड़ा बनवा कर बजरंगबली को अर्पित करें। इसके अलावा उनके समक्ष एक सरसों और एक घी का दीपक जलाएं और वहीं बैठकर हनुमान जी का ध्यान करते हुए बजरंग बाण का पाठ करें। इस उपाय से हनुमान जी की कृपा आपके ऊपर बनी रहेगी।
4. किसी भी तरह के दुख से परेशान होने पर 11 पीपल के पत्ते लें। उन्हें साफ पानी से धोकर उनके ऊपर चंदन या कुमकुम से श्रीराम का नाम लिखें। इसकी माला बनाकर बजरंगबली को पहना दें। ऐसा करने से हर तरह के संकट मिट जाएंगे साथ ही धन से संबंधित समस्या भी दूर होगी।
5. कुंडली के दोष दूर करने के लिए हनुमान जयंती पर हनुमान मंदिर जाकर उड़द के 11 दाने, सिंदूर, चमेली का तेल, फूल, प्रसाद आदि चढ़ाएं इसके बाद हनुमान चालीसा का पाठ करें लाभ होगा।
6. जीवन की तमाम समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए हनुमान जयंती के दिन हनुमान मंदिर जाकर घी या तेल का दीपक जलाएं और फिर वहीं बैठ कर 11 बार हनुमान चालीसा का पाठ करें। ऐसा करने से हनुमान जी प्रसन्न होंगे और आपके ऊपर अपनी कृपा बरसाएंगे।
इस तरह करें पूजा
हनुमान जयंती पर शाम को लाल वस्त्र बिछाकर हनुमानजी की मूर्ति या फोटो को दक्षिण मुंह करके स्थापित करें। खुद लाल आसन पर लाल वस्त्र पहनकर बैठ जाएं। घी का दीपक और चंदन की अगरबत्ती या धूप जलाएं। चमेली तेल में घोलकर नारंगी सिंदूर और चांदी का वर्क चढ़ाएं। इसके बाद लाल फूल से पुष्पांजलि दें। लड्डू या बूंदी का भोग लगाएं। दीपक से 9 बार घुमाकर आरती करें और ऊँ मंगलमूर्ति हनुमते नम: मंत्र का जाप करें।