रविवार को वक्री होंगे शनि देव, 4 नवम्बर तक रहेंगे कुंभ राशि में, फिर होंगे मार्गी
Astrology Articles I Posted on 17-06-2023 ,07:12:30 I by:
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रविवार, 18 जून को ज्योतिष के नजरिए से बड़ी घटना हो रही है, इस दिन शनि कुंभ राशि में वक्री होगा। ये ग्रह करीब 139 दिन वक्री रहेगा और 4 नवंबर को फिर से मार्गी हो जाएगा। शनि की चाल बदलने से सभी राशियों पर इस ग्रह का असर भी बदल जाएगा। ये ग्रह हर साल वक्री होता शनि वक्री रहते हुए पूरे समय कुंभ राशि में ही रहेगा। इस साल ये ग्रह धनिष्ठा और फिर शतभिषा नक्षत्र में गोचर करेगा यानी रहेगा। 2023 से 30 वर्ष पहले 11 जून 1993 को शनि कुंभ में वक्री हुआ था। हालांकि उस समय ये ग्रह वक्री रहते हुए मकर राशि में प्रवेश कर गया था। इसके बाद 1994 और 1995 में भी शनि कुंभ राशि में वक्री था।
शनि स्वयं की कुंभ राशि में है। इस राशि में शनि वक्री रहेगा। इसकी वजह से होने से तूफान, भूकंप जैसी प्राकृतिक आपदा आने के और बड़ी दुर्घटना होने के योग बनते हैं। कर्क, वृश्चिक, मकर, कुंभ और मीन राशि वाले लोगों को इस समय में ज्यादा सावधानी रखने की जरूरत है, क्योंकि इन राशियों पर शनि की साढ़ेसाती और ढय्या चल रहा है। इन पांच राशियों के लोग सावधान नहीं रहेंगे तो दिक्कतें बढ़ सकती हैं।
हर शनिवार तेल से शनि देव का अभिषेक करना चाहिए। अगर संभव हो सके तो हवन भी कर सकते हैं। चमेली के तेल से शनि का अभिषेक करेंगे तो पैसों से जुड़ी दिक्कतें दूर हो सकती हैं। कोई कोर्ट केस चल रहा हो तो सरसों के तेल से अभिषेक कर सकते हैं। विरोधियों को शांत करने के लिए सरसों तेल से अभिषेक करना चाहिए। तिल के तेल से अभिषेक करने से बीमारियों में राहत मिलती है। घर की सुख-शांति के लिए नारियल के तेल से अभिषेक करें।
शनि के लिए मंत्र ऊँ शं शनैश्चराय नम: का जप करना चाहिए। हनुमान जी के सामने दीपक जलाकर हनुमान चालीसा का पाठ करें। मान्यता है कि हनुमान जी के भक्तों पर शनि के दोषों का असर नहीं होता है। जरूरतमंद लोगों को जूते-चप्पल और कपड़ों का दान करें।
सूर्य और चंद्र नहीं होते हैं वक्री
नौ ग्रहों में से सूर्य और चंद्र, ये दो ग्रह ऐसे हैं जो कभी भी वक्री नहीं होते हैं। ये दोनों ग्रह हमारे मार्गी रहते हैं। राहु-केतु, ये दो ग्रह हमेशा वक्री रहते हैं, ये कभी मार्गी नहीं होते हैं यानी ये ग्रह हमेशा पीछे की ओर ही चलते हैं। बाकी सभी ग्रह मंगल, बुध, गुरु, शुक्र और शनि मार्गी-वक्री होते रहते हैं। शनि साल में एक बार वक्री होता है।