मीन राशि में प्रवेश करेंगे न्याय के देवता शनि, 12 राशियों पर होगा प्रभाव

ज्योतिष शास्त्र में ग्रहों के गोचरों का विशेष महत्व होता है। ये गोचर विभिन्न राशियों को अलग-अलग तरह से प्रभावित करते हैं। ऐसा ही एक महत्वपूर्ण गोचर 29 मार्च 2025 को होने जा रहा है, जब न्याय के देवता शनि ग्रह मीन राशि में प्रवेश करेंगे। यह घटना इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि शनि 30 साल बाद मीन राशि में आ रहे हैं और वे यहां अगले 30 महीनों तक रहने वाले हैं।
शनि, जो कि कर्म, न्याय और अनुशासन के प्रतीक हैं, प्रत्येक राशि में लगभग ढाई साल तक रहते हैं। इस प्रकार, मीन राशि में इनका गोचर सभी 12 राशियों को प्रभावित करेगा। मीन राशि को भावनाओं, आध्यात्मिकता और मोक्ष की राशि माना जाता है। इसलिए, शनि की ऊर्जा का इस राशि में प्रवेश एक महत्वपूर्ण घटना है जो जीवन में गहराई से आत्म-विश्लेषण, आध्यात्मिक उन्नति और स्थिरता ला सकती है।

ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, शनि का यह गोचर सभी राशियों के लिए नए बदलाव लेकर आएगा। यह गोचर धैर्य, परिश्रम और संयम का पाठ पढ़ाएगा।

आइये जानते हैं कि शनि का यह गोचर विभिन्न राशियों पर क्या प्रभाव डालेगा।

मीन राशि में शनि का प्रभाव

मीन राशि को मोक्ष और अध्यात्म की राशि कहा जाता है। यह राशि भावनाओं और कल्पनाओं की भी प्रतीक मानी जाती है। जब शनि जैसे कर्म प्रधान ग्रह की ऊर्जा मीन राशि में प्रवेश करेगी, तो यह गहराई से आत्म-विश्लेषण, आध्यात्मिक उन्नति और जीवन में स्थिरता लाएगी। शनि का स्वभाव धीमा और अनुशासनप्रिय होने के कारण, यह गोचर लोगों को धैर्य, परिश्रम और संयम का पाठ पढ़ाएगा।

12 राशियों पर प्रभाव

मेष

खर्चों में वृद्धि, मानसिक तनाव, आध्यात्मिक साधना के लिए उपयुक्त समय।

वृषभ

आय और इच्छा पूर्ति के भाव में शनि, मेहनत ज्यादा करनी पड़ेगी, परिणाम धीरे-धीरे मिलेंगे।

मिथुन

कर्म भाव में शनि का गोचर, करियर में बाधाएं आ सकती हैं, धैर्य और मेहनत से सफलता मिलेगी।

कर्क

भाग्य भाव में शनि, नई संभावनाएं, विदेश यात्रा और शिक्षा में सफलता मिलेगी।

सिंह

अष्टम भाव में शनि, स्वास्थ्य और धन संबंधी समस्याएं आ सकती हैं।


कन्या

सप्तम भाव में शनि, विवाह और साझेदारी में देरी हो सकती है।

तुला

छठे भाव में शनि, दुश्मनों पर विजय, स्वास्थ्य में सुधार होगा।

वृश्चिक

पंचम भाव में शनि, संतान सुख और प्रेम संबंधों में देरी हो सकती है।

धनु

चतुर्थ भाव में शनि, पारिवारिक जीवन में तनाव आ सकता है।

मकर

तृतीय भाव में शनि, साहस और आत्मविश्वास में वृद्धि होगी।

कुंभ

धन भाव में शनि, आर्थिक मामलों में स्थिरता आएगी।

मीन

शनि स्वयं की राशि में, आत्म-चिंतन, आध्यात्मिक उन्नति और सफलता मिलेगी।

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