वक्री अवस्था में मकर राशि में प्रवेश करेंगे शनि देव, इन राशि वालों को रहना होगा सावधान
Astrology Articles I Posted on 12-07-2022 ,14:24:38 I by:
जुलाई का महीना विशेष होने जा रहा है। इस माह में कर्मफलदाता यानि शनि राशि परिवर्तन करने जा रहे हैं। विशेष बात ये है कि वर्तमान समय में शनि वक्री हैं और वक्री अवस्था में ही राशि बदल रहे हैं। इस समय शनि कुंभ राशि में विराजमान हैं। इस राशि में शनि 30 साल बाद आए थे। अब एक बार फिर शनि राशि बदल रहे हैं।
शनि गोचर 2022
शनि बीते 29 अप्रैल 2022 को कुंभ राशि में आए थे। 5 जून 2022 से शनि वक्री अवस्था में हैं। इसके बाद अब शनि देव 12 जुलाई 2022 से वक्री अवस्था में ही मकर राशि में प्रवेश करेंगे। मकर राशि में शनि देव 17 जनवरी 2023 तक रहेंगे। शनि देव का राशि परिवर्तन इन राशियों के लिए कैसा रहेगा जानते हैं राशिफल—
मेष राशि
धन के मामले में विशेष ध्यान रखना होगा। धन की बचत करने में मुश्किल आ सकती है। इसके साथ ही सेहत संबंधी भी कुछ दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। इस दौरान धन और सेहत दोनों का ही विशेष ध्यान रखना होगा। शनि को प्रसन्न रखने का प्रयास करें। इसके लिए मंगलवार और शनिवार के दिन हनुमान जी और शनि देव की पूजा करें। शनि की अशुभता कम होगी।
सिंह राशि
जॉब और करियर में बाधा का सामना करना पड़ सकता है। ऑफिस में आपके प्रतिद्वंदी आपके कार्यों में बाधा पहुंचाने का प्रयास करेंगे, जिस कारण मानसिक तनाव की स्थिति बन सकती है। व्यापार में लाभ की स्थिति प्राप्त करने के लिए संघर्ष और कठोर परिश्रम करना पड़ सकता है। कर्ज लेने और देने की स्थिति से बचना होगा। जीवनसाथी के साथ तनाव की स्थिति न बनने दें। नहीं तो इससे समस्याओं में वृद्धि हो सकती है। वाहन प्रयोग में सावधानी बरतें। शनि की अशुभता से बचने के लिए जरूरतमंद व्यक्तियों की मदद करें।
धनु राशि
मानसिक तनाव की स्थिति बन सकती है। परिश्रम करने के बाद भी देर से परिणाम प्राप्त हो सकते हैं। इस दौरान गंभीरता और धैर्य का परिचय देना होगा। जल्दबाजी में लिया गया निर्णय हानि भी पहुंचा सकता है। इस दौरान अनावश्यक यात्रा का भी योग बनेगा। सेहत का ध्यान रखना होगा। कोई पुराना रोग उभर सकता है और परेशान कर सकता है। इसलिए इस पर अभी से ध्यान देना होगा। सेहत के मामल में किसी भी तरह की लापरवाही ठीक नहीं होगी। वाणी में मधुरता और स्वभाव में विनम्रता बनाए रखें। शनिवार के दिन शनि मंदिर में सरसों का तेल चढ़ाएं।