इन उपायों को करने से खुश होगी है मां लक्ष्मी, धन, संपदा में होती है बरकत
Astrology Articles I Posted on 11-09-2021 ,08:53:12 I by:
धार्मिक शास्त्रों में लक्ष्मी-कुबेर पूजा का अत्यधिक महत्व बताया गया है। वैसे तो यह पूजन धन प्राप्ति की इच्छा रखने वाले हर व्यक्ति को करना चाहिए लेकिन कारोबारियों और व्यापारियों के लिए ये बहुत लाभजनक है। कहते हैं सोमवार को कुछ खास पूजा करने से कुबेर का धन भी मिलने लग जाता है-
भगवान शिव सोम यानी चन्द्रमा को धारण करने वाले हैं और यह चन्द्रमा के स्वामी भी हैं। इसलिए सोम यानी चन्द्रमा को अनुकूल बनाने के सोमवार के दिन भगवान शिव का अभिषेक बहुत ही लाभप्रद होता है।
मां लक्ष्मी को सफेद पदार्थ जैसे चावल से बनी खीर और यथासंभव दूध से बने पकवानों का भोग लगाएं।
विष्णु लक्ष्मी मंदिर में हर सोमवार लाल रंग के फूल अथवा कमल फूलों की माला अर्पित करें।
लक्ष्मी मंदिर में झाड़ू का दान करें। लक्ष्मी मंदिर में गुलाब की सुगंध वाली अगरबत्ती का दान करें।
अपने घर की सुख-शांति व शुद्धता के लिए कम से कम साल में दो बार हवन जरूर करवाना चाहिए।
घर में सुबह शाम मां लक्ष्मी की पूजा करनी चाहिए। ऐसा करने पर जल्द से जल्द मां लक्ष्मी की कृपा आप पर बरसाती हैं।
सोमवार को माता लक्ष्मी के मंदिर जाकर शंख, कौड़ी, कमल, मखाना, बताशा मां को अर्पित करें। ये सब महालक्ष्मी को बहुत प्रिय हैं।
गज लक्ष्मी मां की उपासना करने से संपत्ति और संतान की प्राप्ति होती है। वीर लक्ष्मी माता की उपासना सौभाग्य के साथ स्वास्थ्य भी देने वाली होती है। शुक्रवार के दिन विधान से इनका पूजन करें।
हर सप्ताह घर में फर्श पर पोचा लगते समय थोडा सा समुंदरी नमक मिला लिया करें ऐसा करने से घर में होने वाले झगरे कम होते हैं। इसके अतिरिक्त यह भी लाभ मिलता है आपको नहीं मालूम की आपके घर में आने वाला अतिथि कहाँ से आया है,तथा उसके मन में आपके प्रति क्या विचार है,नमक मिले पानी से पोचा लगाने से सारी नकारात्मक उर्जा समाप्त हो जाती है।
प्रात: उठ कर गृह लक्ष्मी यदि मुख्य द्वार पर एक गिलास अथवा लोटा जल डाले तो माँ लक्ष्मी के आने का मार्ग प्रशस्त होता है।
यदि आप चाहतें हैं कि घर में सुख शांति बनी रहे तथा आप आर्थिक रूप से समर्थ रहें तो प्रत्येक अमावस्या को अपने घर की पूर्ण सफाई करवा दें। जितना भी फ़ालतू सामान इकठा हुआ हो उसे कबाड़ी को बेच दें अथवा बाहर फेंक दें ,सफाई के बाद पांच अगरबती घर के मंदिर में लगायें।