भगवान श्रीराम का जन्मोत्सव
Vastu Articles I Posted on 07-04-2025 ,06:28:14 I by:

राम नवमी - रविवार, 6 अप्रैल 2025
राम नवमी मध्याह्न मुहूर्त - 11:20 से 13:50
नवमी तिथि प्रारम्भ - 5 अप्रैल 2025 को 19:26 बजे
नवमी तिथि समाप्त - 6 अप्रैल 2025 को 19:22 बजे
भगवान श्रीराम का जन्म चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को हुआ था, इसलिए हर वर्ष इस दिन भगवान श्रीराम का जन्मोत्सव मनाते हैं.
भगवान श्रीराम का जन्म मध्याह्नकाल में हुआ था, इसलिए यह समय श्रीराम नवमी पूजा-अनुष्ठान के लिए सर्वोत्तम है.
भगवान श्रीराम की जन्मभूमि अयोध्या है, जहां इस अवसर पर विविध धार्मिक आयोजन होते हैं, श्रद्धालु दर्शनार्थ आते हैं और सरयू नदी में पवित्र-स्नान के बाद श्रीराम मंदिर में जन्मोत्सव में भाग लेते हैं.
श्रीराम नवमी के अवसर पर श्रद्धालु सूर्योदय से सूर्योदय तक व्रत रखते हैं.
प्रतिदिन गोस्वामी तुलसीदास रचित श्रीराम स्तुति करें...
श्रीरामचन्द्र कृपालु भजमन हरणभवभयदारुणं।
नवकञ्जलोचन कञ्जमुख करकञ्ज पदकञ्जारुणं ॥1॥
कन्दर्प अगणित अमित छवि नवनीलनीरदसुन्दरं।
पटपीतमानहु तडित रुचिशुचि नौमिजनकसुतावरं ॥2॥
भजदीनबन्धु दिनेश दानवदैत्यवंशनिकन्दनं।
रघुनन्द आनन्दकन्द कोशलचन्द्र दशरथनन्दनं ॥3॥
शिरमुकुटकुण्डल तिलकचारु उदारुअङ्गविभूषणं।
आजानुभुज शरचापधर सङ्ग्रामजितखरदूषणं ॥4॥
इति वदति तुलसीदास शंकरशेषमुनिमनरञ्जनं।
ममहृदयकञ्जनिवासकुरु कामादिखलदलगञजनं ॥5॥
मनु जाहि राचेउ मिलिहि सो बरु सहज सुन्दर सावरो ।
करुना निधान सुजान सीलु सनेहु जानत रावरो ॥6॥
एही भाँति गौरी असीस सुनी सिय सहित हिय हरषीं अली।
तुलसी भवानी पूजी पुनि-पुनि मुदित मन मन्दिर चली ॥7॥
जानी गौरी अनुकूल सिय हिय हरषु न जाइ कहि।
मञ्जुल मङ्गल मूल बाम अङ्ग फरकन लगे ॥8॥
॥ सियावर रामचन्द्र की जय ॥
-प्रदीप लक्ष्मीनारायण द्विवेदी, बॉलीवुड एस्ट्रो एडवाइजर