जानिये कब है मोक्षदा एकादशी, पूजन मुहूर्त व कब रखा जाएगा व्रत
Astrology Articles I Posted on 03-12-2024 ,05:26:47 I by:
हिंदू धर्म में एकादशी व्रत का विशेष महत्व है। हर महीने दो एकादशी व्रत रखे जाते हैं- पहला कृष्ण पक्ष और दूसरा शुक्ल पक्ष में। हिंदू पंचांग के अनुसार, मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी को मोक्षदा एकादशी व्रत रखा जाता है। इस साल मोक्षदा एकादशी 11 दिसंबर को है। मान्यता है कि एकादशी व्रत करने वालों को पापों से मुक्ति मिलती है और अंत में वैकुंठ धाम को जाते हैं। मोक्षदा एकादशी को गीता जयंती भी मनाई जाती है। हिंदू धर्म में एकादशी तिथि अत्यंत शुभ मानी गई है। जानें क्या एकादशी तिथि प्रारंभ होने के साथ ही एकादशी व्रत की शुरुआत हो जाती है।
क्या एकादशी तिथि प्रारंभ होने पर व्रत का पालन शुरू करना चाहिए
एकादशी व्रत के लिए तिथि के प्रारंभ समय की जरूरत नहीं होती है। एकादशी व्रत की शुरुआत हमेशा सूर्योदय पर होती है और अगले दिन सूर्योदय के बाद समाप्त होता है। एकादशी व्रत का पालन आमतौर पर 24 घंटे के लिए होता है, सूर्योदय से सूर्यास्त तक।
हालांकि एकादशी व्रत करने वालों को एक पूर्व शाम से ही अनाज का सेवन नहीं करना चाहिए ताकि अगले दिन सूर्योदय के समय व्रत प्रारंभ करते समय पेट में अन्न का कोई अवशेष न रहे।
मोक्षदा एकादशी तिथि कब से कब तक
एकादशी तिथि 11 दिसंबर 2024 को सुबह 03 बजकर 42 मिनट पर प्रारंभ होगी और 12 दिसंबर 2024 को सुबह 01 बजकर 09 मिनट पर समाप्त होगी।
मोक्षदा एकादशी पूजन मुहूर्त
लाभ - उन्नति: 07:03 ए एम से 08:21 ए एम
अमृत - सर्वोत्तम: 08:21 ए एम से 09:38 ए एम
लाभ - उन्नति: 04:07 पी एम से 05:24 पी एम
मोक्षदा एकादशी व्रत पारण का समय
मोक्षदा एकादशी व्रत का पारण 12 दिसंबर 2024, गुरुवार को किया जाएगा। मोक्षदा एकादशी व्रत पारण का समय सुबह 07 बजकर 04 मिनट से सुबह 09 बजकर 08 मिनट तक रहेगा। पारण तिथि के दिन द्वादशी समाप्त होने का समय रात 10 बजकर 26 मिनट है।
नोट: इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य और सटीक हैं। इन्हें अपनाने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।