जयपुर -दिनांक 8 दिसंबर 2024 का चौघ�&प्त2396;या, अभिजित मुहूर्त, राहुकाल, धर्म-कर्म पंचांग
Astrology Articles I Posted on 07-12-2024 ,11:12:28 I by:
- प्रदीप लक्ष्मीनारायण द्विवेदी
जयपुर रविवार चौघड़िया- 8 दिसम्बर 2024, दिन का चौघड़िया- उद्वेग - 07:04 से 08:23, चर - 08:23 से 09:41, लाभ - 09:41 से 11:00, अमृत - 11:00 से 12:19, काल - 12:19 से 13:38, शुभ - 13:38 से 14:56, रोग - 14:56 से 16:15, उद्वेग - 16:15 से 17:34, रात्रि का चौघड़िया- शुभ - 17:34 से 19:15, अमृत - 19:15 से 20:57, चर - 20:57 से 22:38, रोग - 22:38 से 00:19, काल - 00:19 से 02:01, लाभ - 02:01 से 03:42, उद्वेग - 03:42 से 05:23, शुभ - 05:23 से 07:05
जयपुर पंचांग : 8 दिसम्बर 2024- शक सम्वत 1946, विक्रम सम्वत 2081, अमान्त महीना मार्गशीर्ष, पूर्णिमान्त महीना मार्गशीर्ष, वार रविवार, पक्ष शुक्ल, तिथि सप्तमी - 09:44 तक, नक्षत्र शतभिषा - 16:03 तक, योग वज्र - 03:54, (9 दिसम्बर 2024) तक, करण वणिज - 09:44 तक, द्वितीय करण विष्टि - 20:55 तक, सूर्य राशि वृश्चिक, चन्द्र राशि कुम्भ, राहुकाल 16:15 से 17:34, अभिजित मुहूर्त 11:58 से 12:40
* चौघडिय़ा का उपयोग कोई नया कार्य शुरू करने के लिए शुभ समय देखने के लिए किया जाता है.
* दिन का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्योदय से सूर्यास्त के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें.
* रात का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्यास्त से अगले दिन सूर्योदय के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें.
* अमृत, शुभ, लाभ और चर, इन चार चौघडिय़ाओं को अच्छा माना जाता है और शेष तीन चौघडिय़ाओं- रोग, काल और उद्वेग, को उपयुक्त नहीं माना जाता है.
* यहां दी जा रही जानकारियां संदर्भ हेतु हैं, स्थानीय समय, परंपराओं और धर्मगुरु-ज्योतिर्विद् के निर्देशानुसार इनका उपयोग कर सकते हैं, क्योंकि यहां दिया जा रहा समय अलग-अलग शहरों में स्थानीय समय के सापेक्ष थोड़ा अलग हो सकता है.
* अपने ज्ञान के प्रदर्शन एवं दूसरे के ज्ञान की परीक्षा में समय व्यर्थ न गंवाएं क्योंकि ज्ञान अनंत है और जीवन का अंत है!