प्रेम का इजहार करने से पहले इसे पढ लें, आपकी राशियों का मिलना होगा कि नहीं
Astrology Articles I Posted on 13-02-2017 ,16:36:18 I by: Amrit Varsha
दो विभिन्न व्यक्तियों के प्रेम सम्बंधों का मुख्य आधार उनकी राशि, राशि स्वामी के मैत्री सम्बंधों और राशियों की प्रकृति पर आधारित है। ज्योतिष में राशियों को चार तरह से विभाजित किया गया है। अग्नि, भूमि, वायु और जल तत्व।
अग्नि तत्व स्वभाव के लोग गर्म मिजाज के होते हैं और इस तत्व के तहत मेष, सिंह व धनु राशियां आती हैं। भूमि तत्व वाली राशियां पृथ्वी की तरह धीरज व शीतल स्वभाव की होती हैं। इस तत्व वाली राशियां वृष, कन्या व मकर राशि हैं।
वायु तत्व वाली राशियां अस्थिर चित्त और दोहरे स्वभाव वाली होने के कारण इन्हें प्यार मे कम सफलता मिलती है। ये राशियां हैं, मिथुन, तुला व कुम्भ।
जल तत्व वाली राशियां भूमि तत्व की तरह खुश मिजाज, निरंतर प्रवाहित रहने की वृत्ति वाली व विशाल हृदय वाली होती हैं, इन राशियों के जातक सफल प्रेमी होते हैं।
ये राशियां हैं- कर्क, वृश्चिक व मीन। विभिन्न राशियों के जातकों के प्रेम सम्बंध पूर्णतया उनके राशि की प्रकृति के तहत ही होती है। यदि संयोगवश अग्नि तत्व व जल तत्व राशि वाले जातकों में प्रेम सम्बंध बनते हैं तो यह रिश्ता शीघ्र ही टूटने के कगार पर पहुंच जाता है क्योंकि दोनों की प्रकृति भिन्न है। समान तत्व वाले राशियों के सम्बंध प्रगाढ़ होते हैं।
मेष व वृश्चिक
इन राशि वाले
लोगों के मधुर रिश्ते कर्क, मीन और धनु राशि वाले लोगों से होते हैं। तुला, मिथुन और कन्या राशि के लोगों से लम्बे रिश्ते
नहीं रह पाते हैं।
वृष व तुला
राशि के लोगों के
प्रेम सम्बंध लगभग सभी राशि के लोगों से होते हैं क्योंकि इनके स्वामी शुक्र
साक्षात मदन के अवतार होते हैं, लेकिन फिर भी मंगल की राशि वाले लोगों से ये सामंजस्य नहीं बिठा पाते। सिंह,
धनु और मीन राशि के अलावा
कर्क, मिथुन, तुला व कुम्भ राशि के लोगों से भी इनके अच्छे
रिश्ते होते हैं।
मिथुन व
कन्या
राशि के लोगों के
प्रेम प्रकरण कर्क, सिंह, धनु व मीन राशि के जातकों से सफल रहते हैं और
यदि इनके पात्र मकर व कुम्भ राशि वाले हंै तो इनके प्रेम प्रकरण दीर्घकालीन नहीं
होते हैं।
कर्क
इस राशि के
स्वामी चंद्रमा प्रेम के प्रतीक व मन के स्वामी हैं। यह स्वयं ही कभी-कभी अस्थिर
चित्त हो जाते हैं। वैसे इनकी लगभग सभी राशियों वाले लोगों से सम्बंध सुमधुर होते
हैं सिवाय मंगल के। क्योंकि शुक्र और चंद्र प्रधान लोगों की मंगल प्रधान लोगों से
जीवन रेखा अलग तरह की होती है।
सिंह
राशि वाले जातकों
के मेष, कर्क, वृश्चिक, धनु व मीन राशि वाले लोगों से प्रेम प्रकरण सफल
होते हैं। इनका प्रेम स्थाई है।
धनु व मीन
राशि के लोग उच्च
स्तरीय, मर्यादित और अमर
प्रेम करने वाले होते हैं। इनके पसंदीदा प्रेम पात्र मेष, वृश्चिक, कर्क, मकर व कुम्भ राशि के जातक होते हैं।
कुम्भ व मकर
राशि के जातक
स्वभाव से कर्मयोगी होते हैं। जीवन की वास्तविकताओं से भली प्रकार से परिचित होते
हैं। लिहाजा ये सफल प्रेमी होते हैं। हालांकि इसमें इन्हें ज्यादा रूचि नहीं होती
है लेकिन प्रेम होने पर ये आजीवन निभाते हैं। इनकी मेष, वृश्चिक, कर्क, धनु व मीन राशि के लोगों से रूहानी रिश्ते लम्बे समय तक
चलने वाले होते हैं।
पं. नंदकिशोर शर्मा
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