गोपाष्टमी विशेष: गौरक्षा के कारण ही भगवान श्रीकृष्ण... गोविन्द कहलाए

गोपाष्टमी - शनिवार, 9 नवम्बर 2024

अष्टमी तिथि प्रारम्भ - 8 नवम्बर 2024 को 11 बजकर 56 पीएम बजे

अष्टमी तिथि समाप्त - 9 नवम्बर 2024 को 10 बजकर 45 पीएम बजे


- प्रदीप लक्ष्मीनारायण द्विवेदी-

बांसवाड़ा। गौरक्षा के कारण ही भगवान श्रीकृष्ण... गोविन्द कहलाए, धर्मधारणा के अनुसार.. कार्तिक शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से सप्तमी तक.. गो, गोप और गोपियों की सुरक्षा के लिए भगवान श्रीकृष्ण ने गोवर्धन पर्वत को धारण किया था। अष्टमी के दिन देवराज इन्द्र अहंकार मुक्त होकर भगवान श्रीकृष्ण की शरण में आए।


इस अवसर पर कामधेनु ने भगवान श्रीकृष्ण का अभिषेक किया और तब से भगवान श्रीकृष्ण... गोविन्द कहलाए। इसीलिए गोविंद के सम्मान में गौ-नवरात्रि में कार्तिक शुक्ल पक्ष की अष्टमी को गोपाष्टमी का पर्व मनाया जाता है और भगवान श्रीकृष्ण की प्रिय गौ माताओं की सेवा-पूजा की जाती है। इस दिन प्रात:काल गौमाताओं को पवित्र स्नान करा कर गंध, धूप, पुष्पादि से पूजा-अर्चना करते हैं।


धार्मिक मान्यता है कि गौ माताओं को वस्त्राभूषणों से अलंकृत करके ग्वालों का पूजन, गो-ग्रास, यज्ञ-हवन, गौ-आरती, दान-पुण्य, शोभायात्रा आदि विविध धार्मिक आयोजन होते हैं। इस अवसर पर गौ-प्रदक्षिणा करते हैं तथा सायंकाल घर वापसी पर गौ पूजा करके उनका स्वागत करते हैं... उन्हें भोजन प्रदान करते हैं एवं उनकी चरण रज को माथे पर धारण करते हैं। इस दिन गौ-सेवा से जीवन धन्य हो जाता है और जीवन की हर मनोकामना पूरी होती है।

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