गणेश चतुर्थी : शुभ मुहूर्त, स्थापना और पूजन विधि
Astrology Articles I Posted on 13-09-2015 ,00:00:00 I by:
गणेश चतुर्थी का पावन पर्व मंगलमूर्ति विघ्नहर्ता भगवान गणेश के अवतरण दिवस के रूप में देश ही नहीं, अपितु दुनिया भर के हिन्दू धर्मावलम्बियों द्वारा बडे हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। साथ ही इस दिन से दस दिनों का गणेशमहोत्सव शुरू होता है।
हिन्दू दर्शन के अनुसार गणपति आदि देव हैं जिन्हें प्रथम पूज्य की गरिमामय पदवी हासिल है। शुभत्व के प्रतीक विघ्नहर्ता गणेश का पूजन यूं तो हर परिस्थिति में शुभ फलदायक होता है किन्तु भाद्रपद मास की शुक्लपक्ष की चतुर्थी तिथि को विधिविधान से किया गया भगवान गणेश का व्रत-पूजन कई गुना अधिक शुभ फल देता है.
गणेश चतुर्थी पूजा मुहूर्त:---
17 सितंबर 2015 को मध्याह्न पूजा का समय दोपहर 11:47 मिनट से लेकर 02 बजकर 46 मिनट तक का है।
गणपति स्थापना और गणपति पूजा मुहूर्त:---
ऎसा माना जाता है कि भगवान गणेश का जन्म मध्याह्न काल के दौरान हुआ था इसीलिए मध्याह्न के समय को गणेश पूजा के लिये ज्यादा उपयुक्त माना जाता है। हिन्दू दिन के विभाजन के अनुसार मध्याह्न काल, अंग्रेजी समय के अनुसार दोपहर के तुल्य होता है। हिन्दू समय गणना के आधार पर, सूर्योदय और सूर्यास्त के मध्य के समय को पाँच बराबर भागों में विभाजित किया जाता है। इन पाँच भागों को क्रमश: प्रात:काल, सग्डव, मध्याह्न, अपराह्न और सायंकाल के नाम से जाना जाता है। गणेश चतुर्थी के दिन, गणेश स्थापना और गणेश पूजा, मध्याह्न के दौरान की जानी चाहिये। वैदिक ज्योतिष के अनुसार मध्याह्न के समय को गणेश पूजा के लिये सबसे उपयुक्त समय माना जाता है। मध्याह्न मुहूर्त में, भक्त-लोग पूरे विधि-विधान से गणेश पूजा करते हैं जिसे षोडशोपचार गणपति पूजा के नाम से जाना जाता है। नारद पुराण के अनुसार भाद्रपद मास की शुक्ल चतुर्थी को विनायक व्रत करना चाहिए।
यह व्रत करने कुछ प्रमुख नियम निम्न हैं---
- इस व्रत में आवाहन, प्रतिष्ठापन, आसन समर्पण, दीप दर्शन आदि द्वारा गणेश पूजन करना चाहिए। - पूजा में दूर्वा अवश्य शामिल करें।
- गणेश जी के विभिन्न नामों से उनकी आराधना करनी चाहिए।
- नैवेद्य के रूप में पांच लड्डू रखें।
- इस दिन रात के समय चन्द्रमा की तरफ नहीं देखना चाहिए, ऎसा माना जाता है कि इसे देखने पर झूठे आरोप झेलने प़डते हैं।
- अगर रात के समय चन्द्रमा दिख जाए तो उसकी शांति के लिए पूजा करानी चाहिए।