इन लोगों के घर पर खाना खाने से होता है नुकसान
Astrology Articles I Posted on 31-01-2023 ,12:49:19 I by:
पौराणिक ग्रन्थों में शामिल गरुड़ पुराण 18 महापुराणों में एक ऐसा ग्रंथ है, जिसमें भगवान विष्णु द्वारा जीवन, मृत्यु, स्वर्ग, नरक और पाप-पुण्य के कर्मों को विस्तारपूर्वक बतलाया गया है। सनातन हिंदू धर्म में गरुड़ पुराण ग्रंथ का विशेष महत्व होता है। व्यक्ति की मृत्यु होने के पश्चात् उसकी बैठक पर गरुड़ पुराण का पाठ करवाया जाता है। यह पाठ उसकी आत्मा को शांति मिले इसके चलते करवाया जाता है। गरुड़ पुराण का आचारखंड हमें कुछ ऐसे लोगों के बारे में जानकारी देता है जिनके घर पर हमें भोजन करने नहीं जाना चाहिए। इस तरह के व्यक्तियों के यहाँ भोजन करने से हम पाप के भागी बनते हैं।
आइए डालते हैं एक नजर उन लोगों पर जिनके बारे में गरुड़ पुराण में बताया गया है....
सूदखोर व्यक्ति के यहाँ
गरुड़ पुराण के अनुसार उस व्यक्ति के घर भोजन नहीं करना चाहिए जो साहूकार हो या सूदखोर अर्थात् धन को ब्याज पर देता हो। इन लोगों के यहाँ भोजन क्यों नहीं करना चाहिए इसका कारण बताते हुए गरुड़ पुराण में कहा गया है कि यह लोग दूसरों की मजबूरी और परेशानी का फायदा उठाते हैं और उनकी कठिन परिस्थितियों को धन कमाने का साधन बनाते हैं। असहाय और जरूरतमंद लोगों को साहूकार से मदद तो मिल जाती है लेकिन इसके बदले उन्हें मोटा ब्याज भी चुकाना पड़ता है। लोग दु:खी मन और कठिन मेहनत के बाद ही साहूकार का पैसा चुका पाते हैं। इसलिए ऐसे लोगों के घर भोजन न करें, जिनके घर पर दूसरों की तकलीफ से कमाए धन से भोजन बनता हो।
किन्नर के घर
किन्नर को भोजन कराना या दान देने से बहुत पुण्य मिलता है। लेकिन इनके घर कभी भोजन नहीं करना चाहिए। इसका कारण यह है कि किन्नर कई तरह के लोगों से पैसा मांगते हैं, जिनमें अच्छे और बुरे भी होते हैं, इसलिए इनके घर पर भोजन करने की मनाही होती है।
नकबजन, चोर, लुटेरे के घर
आपराधिक कामों से जुड़े लोगों के घर भोजन नहीं करना चाहिए और न ही ऐसे लोगों से सम्बन्ध रखने चाहिए। गरुड़ पुराण के अनुसार, चोर, बदमाश, डाकू, लुटेरे और अपराधी गलत तरीके से धन अर्जित करते हैं, इसलिए इनके कमाए धन से भोजन नहीं करना चाहिए।
रोगी व्यक्ति के घर
रोगी व्यक्ति के घर पर कभी भोजन न करें। ऐसा इसलिए क्योंकि रोगी व्यक्ति स्वयं शारीरिक परेशानियों से ग्रसित रहता है। ऐसे में इनके घर पर भोजन कर आप इन्हें और कष्ट दे सकते हैं। इसलिए जब भी कोई व्यक्ति रोगी से मिलने उसके घर या अस्पताल जाता है तो वह खाली हाथ नहीं जाता है, बल्कि उनके लिए फल या खाने-पीने की चीजें साथ लेकर जाता है।
क्रोधी के यहाँ
गरुड़ पुराण के अनुसार, क्रोधी व्यक्ति के घर भोजन करने वाले को नर्क की प्राप्ति होती है। ऐसा व्यक्ति जो बात-बात पर क्रोधित होता हो और दूसरों का अनादर करता हो, उनके घर पर कभी भी भोजन नहीं करना चाहिए।