इन 3 चीजों के उत्तर दिशा में होने से माँ लक्ष्मी की रहती है कृपा
Vastu Articles I Posted on 30-12-2021 ,10:59:17 I by:
वास्तु शास्त्र एक ऐसा शास्त्र जिसके अनुसार हर व्यक्ति चलने का प्रयास करता है। इस शास्त्र में दिशाओं का विस्तृत रूप से वर्णन है। हर दिशा का व्यक्ति के जीवन में अलग-अलग महत्त्व है, जिसे वास्तु शास्त्र में बताया गया है। वास्तु शास्त्र का जीवन पर गहरा प्रभाव पड़ता है। वास्तुशास्त्र के अनुसार अलग-अलग दिशाओं में रखी कई वस्तुएँ व्यक्ति के जीवन पर सकारात्मक या नकारात्मक प्रभाव डालती हैं। आमतौर पर अज्ञानता वश जानकारी न होने के कारण लोग इस बात पर ध्यान नहीं देते हैं।
वास्तु शास्त्र में उत्तर दिशा को धन के देवता कुबेर की दिशा माना जाता है। इसलिए कहा जाता है कि उत्तर दिशा को हमेशा दोष मुक्त होना चाहिए। वास्तु शास्त्र के अनुसार, उत्तर दिशा में वास्तु दोष होने पर व्यक्ति को आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ता है। कहते हैं कि इस दिशा में कोई भी भारी वस्तु नहीं रखनी चाहिए। ऐसा करने से धन-धान्य में कमी होती है।
घर की तीन प्रमुख ऐसी बातें जिनका सम्बन्ध उत्तर दिशा से है और जिनके लिए कहा जाता है कि यह तीनों काम उत्तर दिशा में ही होने चाहिए। आइए डालते हैं एक नजर...
उत्तर दिशा में होना चाहिए घर का प्रवेश द्वार
वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर का प्रवेश द्वार हमेशा उत्तर दिशा की ओर होना चाहिए। कहते हैं कि इस दिशा में आईना या दर्पण लगाना शुभ माना जाता है। इसके अलावा इस दिशा में मनी प्लांट रखने से भी घर में सुख-समृद्धि का वास होता है। नौकरी में तरक्की पाने के लिए उत्तर दिशा में धन के देवता कुबेर जी की प्रतिमा लगानी चाहिए।
उत्तर दिशा में रसोई घर
वास्तु शास्त्र के अनुसार, उत्तर दिशा में रसोई घर होना बेहद शुभ होता है। कहते हैं कि रसोई घर उत्तर दिशा में होने से मां अन्नपूर्णा की कृपा हमेशा बनी रहती है। घर की उत्तर दिशा में हमेशा नीले रंग का पेंट करवाना चाहिए। कहते हैं कि ऐसा करने से धन लाभ के योग बनते हैं।
उत्तर दिशा की दीवारों पर न आने दें दरार
वास्तु शास्त्र के अनुसार, उत्तर दिशा की दीवारों पर दरार नहीं आने देनी चाहिए। कहते हैं कि दीवारों पर दरार आने से तरक्की के रास्ते बंद हो जाते हैं।