पापांकुशा एकादशी के दिन करें यह काम, समस्त प्रकार की समस्याओं से होंगे मुक्त
Astrology Articles I Posted on 25-10-2023 ,07:47:37 I by:
आज 25 अक्टूबर को पापांकुशा एकादशी है। सभी एकादशियों में इस एकादशी का विशेष महत्व है। पापांकुशा का अर्थ होता है ‘पाप पर अंकुश’ लगाना। माना जाता है कि इस एकादशी का व्रत करने से व्यक्ति को जीवन भर में किए गए हर तरह के पापों से मुक्ति मिल जाती है। इस दिन विधि-विधान से भगवान विष्णु का व्रत और पूजन करने से पीढ़ियों तक के पाप धुल जाते हैं। इस दिन किए गए कुछ उपाय बहुत लाभकारी माने जाते हैं।
पापांकुशा एकादशी का शुभ मुहूर्त
एकादशी तिथि 24 अक्टूबर 2023 की दोपहर 03 बजकर 16 मिनट से प्रारंभ हो चुकी है और आज 25 अक्टूबर 2023 की 12 बजकर 34 मिनट पर इसकी समाप्ति होगी। वहीं पारण का शुभ मुहूर्त 26 अक्टूबर की सुबह 06 बजकर 28 मिनट से 08 बजकर 43 मिनट पर है।
पापांकुशा एकादशी के दिन करें ये उपाय
आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है या फिर आप कर्ज की समस्या से परेशान हैं तो आज शाम के समय घर के उत्तर-पूर्व दिशा में गाय के घी का दीपक जलाएं। ऐसा करने से आर्थिक स्थिति मजबूत होती है और हर तरह के कर्ज से छुटकारा मिलता है। विवाह में किसी भी प्रकार की परेशानी आ रही है या पति-पत्नी के बीच आए दिन किसी न किसी बात पर झगड़ा होता है तो एकादशी के दिन एक लोटे में थोड़ी सी हल्दी, एक सिक्का और पानी भर लें। इसके बाद दोनों लोग अपने सिर के ऊपर से 7 बार उतार लें। अब इस लोटे के जल को बहते जल में प्रवाहित कर दें। इससे वैवाहिक जीवन की समस्या दूर होती है।
व्यापार में लगातार घाटा हो रहा हो या कार्यक्षेत्र में आपको मेहनत का फल नहीं मिल रहा हो तो इस एकादशी के दिन एक लोटे में जल लें और भगवान विष्णु के मंदिर जाकर पूजा- अर्चना करें। इस कलश को ऑफिस में मुख्य द्वार पर 43 दिनों तक रखें और इसके बाद हटा दें। ऐसा करने से व्यापार और कार्यक्षेत्र में आ रहीं समस्याएं दूर होती हैं।
जीवन में सुख -समृद्धि और सौभाग्य की कामना है तो इस एकादशी के दिन भगवान विष्णु को केसर मिलाकर दूध का भोग लगाएं और उसमें तुलसी जरूर डालें। इसके साथ ही शाम के समय विष्णु के मंदिर जाकर दीपक जलाएं। इससे भगवान की कृपा प्राप्त होती है।
इस एकादशी के दिन बड़े-बुजुर्गों का आशीर्वाद लें और पीपल के पेड़ की जड़ में एक लोटा जल चढ़ाएं। इस दौरान श्री विष्णु के मंत्र का 21 या 108 बार जाप करते रहें। इस उपाय को करने से माता लक्ष्मी की कृपा सदैव बनी रहती है।