संकष्टी श्री गणेश चतुर्थी पर करें यह काम, परेशानियों से मिलेगी मुक्ति

प्रत्येक महीने के कृष्ण और शुक्ल, दोनों पक्षों की चतुर्थी को भगवान गणेश की पूजा का विधान है। कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को संकष्टी श्री गणेश चतुर्थी, जबकि शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को वैनायकी श्री गणेश चतुर्थी के रूप में मनाया जाता है और आज कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि है। आज संकष्टी श्री गणेश चतुर्थी व्रत है। आज संकष्टी श्री गणेश चतुर्थी व्रत के उपलक्ष्य में भगवान श्री गणेश की उपासना बड़ी ही फलदायी होगी। संकष्टी श्री गणेश चतुर्थी का अर्थ होता है- संकटों को हरने वाली। भगवान गणेश बुद्धि, समृद्धि और सौभाग्य को देने वाले हैं।

इनकी उपासना शीघ्र फलदायी मानी गई है। जो व्यक्ति आज संकष्टी श्री गणेश चतुर्थी व्रत करता है, उसके जीवन में चल रही सभी समस्याओं का समाधान निकलता है और उसके सुख-सौभाग्य में वृद्धि होती है। इस व्रत का पारण चन्द्रमा को अर्घ्य देने के बाद किया जाता है। चंद्रोदय आज रात 9 बजकर 39 मिनट पर होगा। आज के दिन कुछ उपाय आपके लिए बेहद फायदेमंद साबित हो सकते हैं, आइए जानते हैं इन उपायों के बारे में—

संकष्टी चतुर्थी के उपाय

आपके परिवार के किसी सदस्य की तबीयत कुछ दिनों से ठीक नहीं चल रही है, तो आज 3 गोमती चक्र, 11 नागकेशर के जोड़े और 7 कौड़ियां एक सफेद रंग के कपड़े में बांधकर जिस व्यक्ति का स्वास्थ्य खराब है उस व्यक्ति के सिर के ऊपर से 6 बार क्लॉक वाइज और एक बार एंटी क्लॉक वाइज वारकर श्री गणेश के मन्दिर में चढ़ा दें। आज ऐसा करने से व्यक्ति की स्वास्थ्य में जल्द ही सुधार आयेगा।


आपका कोई शत्रु आपको बहुत ज्यादा परेशान कर रहा है और आपके कामों में अंडगा डाल रहा है, तो शत्रु से छुटकारा पाने के लिये आज बाजार से एक पान का पत्ता लेकर आयें और उस पान के पत्ते को अच्छे से साफ करके, उस पर हल्दी से सातिया, यानि स्वास्तिक का चिन्ह बनाकर भगवान गणेश को अर्पित करें और अपने शत्रु का नाम लेते हुए, उससे छुटकारा पाने के लिये भगवान से प्रार्थना करें। आज ऐसा करने से आपको जल्दी ही अपने शत्रुओं से छुटकारा मिलेगा।

आप प्यार, पैसा और शोहरत, ये तीनों चीज़ें अपनी जिंदगी में एक साथ पाना चाहते हैं, तो आज भगवान श्री गणेश के इस मंत्र का जप करें। मंत्र आप नोट भी कर सकते हैं। मंत्र है- “हस्तिपिशचिलिखे स्वाहा” भगवान गणेश के इस मंत्र का 51 बार जप करें। आज ऐसा करने से आपको प्यार, पैसा और शोहरत सब कुछ मिलेगा।


आप अपने करियर में दिनों-दिन सफलता पाना चाहते हैं, तो उसके लिये आज स्नान आदि से निवृत्त होकर एक लोटा जल लें और उस जल में दुर्वा डालकर भगवान गणेश की प्रतिमा के सामने रख दें । फिर विधि-पूर्वक भगवान की पूजा करें। पूजा के बाद उस पानी के लोटे को ढंककर वहीं भगवान श्री गणेश के सामने रखा रहने दें और शाम के समय जब चन्द्रोदय हो, तो उस पानी से चन्द्रमा को अर्घ्य दें और हाथ जोड़कर चन्द्रदेव को नमस्कार करें। एक बार फिर से याद दिला दूं कि- आज चन्द्रोदय का समय रात 9 बजकर 39 मिनट पर है। आज ये उपाय करने से आपको अपने करियर में दिनों-दिन सफलता मिलेगी।


आपकी जिंदगी में सुख-शांति की जगह उलझने और परेशानियों ने ले ली है, तो आज भगवान गणेश को दुर्वा अर्पित करके गणेश गायत्री मंत्र का जप करें। भगवान गणेश का गायत्री मंत्र इस प्रकार है- एकदंताय विद्महे, वक्रतुण्डाय धीमहि, तन्नो दंती प्रचोदयात्।। आज ऐसा करने से अपने जीवन में सुख-शांति बनी रहेगी।


आप किसी अच्छी कम्पनी में नौकरी की तलाश में हैं, तो आज स्नान आदि के बाद घी में बेसन भूनकर या किसी और से भुनवाकर, उसमें पिसी हुई शक्कर मिलाकर प्रसाद तैयार कर लें। फिर भगवान को नमस्कार करके उस प्रसाद का भोग लगाएं। साथ ही भोग लगाने के बाद भगवान श्री गणेश की मूर्ति की तीन बार परिक्रमा करें। अगर मूर्ति के आस-पास इतना स्पेस न हो तो श्री गणेश का ध्यान करते हुए अपने स्थान पर ही तीन परिक्रमा कर लें। आज ऐसा करने से जल्द ही आपकी किसी अच्छी कम्पनी में नौकरी की तलाश पूरी होगी।


आपके दाम्पत्य जीवन में खुशियों की जगह परेशानियों ने ले ली है, तो अपने सुखी दाम्पत्य जीवन के लिये आज श्री गणेश का पूजन करके तिल से हवन करें। आप चाहें तो किसी योग्य पण्डित जी से हवन करा सकते हैं और अगर आपका इतना सामर्थ्य नहीं है तो आप स्वयं भी गाय के गोबर से बने कंडे पर सफेद तिलों की 108 आहुति देकर घर में छोटा-सा हवन कर सकते हैं। आज ऐसा करने से आपका दाम्पत्य जीवन हमेशा सुखी रहेगा।


आपको किसी भी काम में मेहनत के बावजूद सफलता नहीं मिल पा रही है अगर आपको किसी भी काम में मेहनत के बावजूद सफलता नहीं मिल पा रही है तो अपने कामों में सफलता सुनिश्चित करने के लिये आज गणपति जी के इस सफलता प्राप्ति मंत्र का जप करें। मंत्र है- “गं गणपतये नमः” इस मंत्र का 11 बार जप करें और हर बार मंत्र बोलने के बाद भगवान को पुष्पांजलि अर्पित करें । इस प्रकार 11 बार मंत्र बोलते हुए, हर बार भगवान को पुष्पांजलि अर्पित करें। आज ऐसा करने से आपको अपनी मेहनत का पूरा फल जरूर मिलेगा।


आपकी कोई विशेष इच्छा है, जिसे पूरा करने के लिये आप बहुत दिनों से जुटे हुए हैं तो अपनी वह विशेष इच्छा पूरी करने के लिये आज श्री गणेश के सामने घी का एक और तेल का एक दीपक जलाएं। घी का दीपक देवताओं के लिये होता है, जबकि तेल का दीपक साधक की कामनाओं के लिये होता है, उसकी इच्छापूर्ति के लिये होता है । साथ ही ध्यान रहे कि घी के दीपक में सफेद खड़ी बत्ती लगाकर, उसे श्री गणेश के दाहिने हाथ की तरफ रखना चाहिए और तिल के तेल के दीपक में पड़ी हुई लाल बत्ती लगाकर भगवान के बायें हाथ की तरफ रखना चाहिए और दीपक जलाते समय आपकी जो भी इच्छा हो, उसे मन ही मन कहें। आज ऐसा करने से आपकी जो भी इच्छा होगी, वह जरूर पूरी होगी।

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