नारियल बदल सकता है आपकी किस्मत, आइए जानें कैसे!
Astrology Articles I Posted on 28-10-2022 ,11:53:07 I by:
नारियल को संस्कृत में श्रीफल कहते हैं। श्रीफल यानी भगवान का फल। नारियल फोड़ने का मतलब है कि आप अपने अहंकार और स्वयं को भगवान के सामने समर्पित कर रहे हैं। माना जाता है कि ऐसा करने पर अज्ञानता और अहंकार का कठोर कवच टूट जाता है और ये आत्मा की शुद्धता और ज्ञान का द्वार खोलता है, जिससे नारियल के सफेद हिस्से के रूप में देखा जाता है। कहते नारियल आपकी किस्मत भी बदल सकता है, आइए जानें कैसे?
एक समय हिंदू धर्म में मनुष्य और जानवरों की बलि सामान्य बात थी, तभी आदि शंकराचार्य ने इस अमानवीय परंपरा को तोड़ा और मनुष्य के स्थान पर नारियल चढ़ाने की शुरुआत की। नारियल कई तरह से मनुष्य के मस्तिष्क से मेल खाता है। नारियल की जटा की तुलना मनुष्य के बालों से, कठोर कवच की तुलना मनुष्य की खोपड़ी से और नारियल पानी की तुलना खून से की जा सकती है। साथ ही नारियल के गूदे की तुलना मनुष्य के दिमाग से की जा सकती है। कहते हैं कि अगर किसी को बुरी लग जाती है तो उसे नारियल की मदद से उतारा जाता है।
एक नारियल में व्यक्ति के लंबाई के बराबर के लाल धागे को नारियल पर लपेटकर उसे उसके सिर पर सात बार उसार घुमाएं और पास के किसी जल स्रोत में बहा दें। नजर या उतारा तुरंत दूर हो जाएगा।
कई लोग शनि की छाया के कारण जीवन में कई तरह की परेशानियों का सामना करते हैं, खुद को शनि की छाया से दूर करने के लिए एक नरियल, जौ और काले उडद की दाल को एक साथ ले लें। इसे सिर के चारों को 7 बार घुमाकर नदी में बहा दें।
शनि की साढ़े साती
शनि साढ़ेसाती भी जब किसी पर पड़ती है.तो उस इंसान का जीवन बहुत कठिन हो जाता है। शनि का साढ़े साती के कारण उस इंसान को मुकद्दमेबाजी, विवाद, जॉब और बिजनेस में बहुत नकसान होता है. साथ ही उसका पूरा कारोबार भी ठप्प हो जाता है। इसलिए शनि की साढ़ें साती से हमेशा बचकर रहना चाहिए।
ऐसे करे शनि की पूजा
सप्ताह में शनिवार का दिन शनिदेव का दिन माना जाता है। कहते हैं कि शनिवार को शिनदेव की पूजा करने से वो खुश रहते हैं और उनका प्रकोप से भी बचा जा सकता है। साथ ही अगर शनिवार के दिन हनुमान जी की भी पूजा की जाए तो शनि की अशुभता कम होती है। सभी को इस दिन शनि मंदिर में तेल चढ़ाना चाहिए। ऐसा करने से शनिदेव प्रसन्न होते हैं।
इसके अलावा ग्यारह लघु नारियल मां लक्ष्मी के चरणों में रखकर ऊं महालक्ष्म्यै च विद्महे विष्णुपत्नीं च धीमहि तन्नो लक्ष्मी प्रचोदयात् मंत्र का जाप करें। दो माला जाप करने के बाद एक लाल कपडेि में उन लघु नारियलों को लपेट कर तिजोरी में रख दें व दीपावली के दूसरे दिन किसी नदी या तालाब में विसर्जित कर दें। ऐसा करने से धन लाभ के योग बनते हैं।
धन, वैभव व समृद्धि पाने के लिए 5 लघु नारियल स्थापित कर, उस पर केसर से तिलक करें और हर नारियल पर तिलक करते समय 27 बार नीचे लिखे मंत्र का मन ही मन जाप करते रहें- मंत्र- ऐं ह्लीं श्रीं क्लीं।
अगर आप चाहते हैं कि आपके घर में कभी धन-धान्य की कमी न रहे और अन्न का भंडार भरा रहे तो 11 लघु नारियल एक पीले कपड़े में बांधकर रसोई घर के पूर्वी कोने में बांध दें। इससे आपकी मनोकामना पूरी हो सकती है।