भौम प्रदोष व्रत: इन उपायों को करने से होते हैं शिव प्रसन्न
Astrology Articles I Posted on 09-08-2022 ,07:14:17 I by:
आज प्रदोष व्रत है, मंगलवार के दिन पडऩे की वजह से इसे भौम प्रदोष व्रत के रूप में जाना जाता है। पौराणिक शास्त्रों में प्रदोष व्रत की बड़ी महिमा है। सावन के महीने में आने की वजह से इसकी महत्ता और बढ़ जाती हैं। आपके जीवन में किसी भी तरह की परेशानी आ रही हो तो प्रदोष व्रत वाले दिन शिव की शरण में चले जाएँ, सभी काम बन जाएंगे। आज के दिन किसी भेंट के साथ शिव प्रतिमा के दर्शन करना बहुत लाभकारी होता है
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हम आपको भौम प्रदोष व्रत से जुड़े कुछ विशेष उपाय बताने जा रहे हैं जिन्हें करने से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं और सभी समस्याओं का अन्त होता है।
घर के सदस्यों की तरक्की का उपाय
अपने घर के सदस्यों की खुशहाली के लिये और उनकी तरक्की के लिये सुबह स्नान आदि के बाद शिव मन्दिर जाकर सबसे पहले शिवलिंग पर शुद्ध जल चढ़ाएं और धूप-दीप आदि से भगवान की पूजा करें। शाम के समय फिर से संभव हो तो स्नान करके साफ कपड़े पहनकर शिव मन्दिर जायें। अगर दोबारा स्नान नहीं कर सकते तो केवल हाथ-पैर धोकर, साफ-सुथरे कपड़े पहनकर मन्दिर में जायें और वहां जाकर ठीक सुबह की तरह धूप-दीप आदि से भगवान शंकर की पूजा करें। अगर दोनों समय पूजा करना आपके लिये संभव नहीं है तो केवल शाम के समय शिव पूजा करें और सुबह घर पर ही भगवान का आशीर्वाद ले लें। ऐसा करने से आपके परिवार की खुशहाली हमेशा बनी रहेगी।
आर्थिक संकट से निपटने का उपाय
यदि आप किसी प्रकार के आर्थिक संकट में नहीं पडऩा चाहते हैं, तो आज भौम प्रदोष के अवसर पर शाम के समय में हनुमान जी की पूजा करें। हनुमान जी को बूंदी के लड्डू का भोग लगाएं। उनके समक्ष घी का दीपक जलाएं। बजरंगबली का ध्यान करके हनुमान चालीसा का पाठ करें। संकटमोचन हनुमान जी आपके सभी संकटों को दूर करेंगे। उनकी कृपा से आप कोई भी आर्थिक समस्या से निजात पा जाएंगे।
मानसिक शांति पाने का उपाय
मानसिक रूप से शांति प्राप्त करने के लिये और अपने अन्दर पॉजिटिव ऊर्जा की बढ़ोतरी के लिये इस दिन सुबह के समय भगवान शिव की मूर्ति या तस्वीर के आगे आसन बिछाकर बैठ जायें। मूर्ति स्थापना और आसन बिछाते समय इस बात का ध्यान रखें कि आसन पर बैठते समय आपका मुंह पूर्व दिशा की तरफ होना चाहिए और भगवान की प्रतिमा ठीक आपके सामने होनी चाहिए। इस तरह सब अच्छे से व्यवस्थित होने के बाद केवल ऊँ शब्द का तेज आवाज में गहरी सांस लेकर उच्चारण करें। ऐसा कम से कम 11 बार करना चाहिए। ऐसा करने से आपको मानसिक रूप से शांति प्राप्त होगी और अपने अन्दर पॉजिटिव ऊर्जा की बढ़ोतरी महसूस करेंगे।
कर्ज से छुटकारा पाने का उपाय
आप कर्ज से परेशान हैं। आय कम हो रही है, खर्च ज्यादा है, जिसके कारण बार-बार कर्ज लेने की नौबत आ जाती है। उन कर्ज के बोझ तले आप दबे हुए हैं, उससे उबर नहीं पा रहे हैं, तो आज भौम प्रदोष व्रत के दिन शिव पूजा के समय एक आसन पर बैठ जाएं। प्रभु का ध्यान करके ऋणमोचक मंगल स्तोत्र का पाठ करें। हनुमान जी की यह पाठ आपका आर्थिक संकट दूर करेगा। हनुमान जी स्वयं भगवान शिव के अंश है। आप चाहें तो ऋणमोचक मंगल स्तोत्र का पाठ हर मंगलवार को भी कर सकते हैं।
बिजनेस में घाटे से उभरने का उपाय
आपको अपने बिजनेस में घाटा हो रहा है। जो भी निवेश कर रहे हैं, वह नुकसानदायक साबित हो रहा है। बिजनेस में उतार चढ़ाव हमेशा बना रह रहा है। ऐसी स्थितियों से बाहर आने के लिए आज भौम प्रदोष के दिन शिव पूजा मुहूर्त में भगवान भोलेनाथ की आराधना करें। फिर तीन मुखी रुद्राक्ष की पूजा करें और उसे गले में पहन लें। रुद्राक्ष भगवान शिव का अंश होता है। शिव कृपा से आपको बिजनेस में उन्नति होगी।
बीमारी से निजात पाने का उपाय
आपको या आपके परिवार के किसी भी सदस्य को कोई पुरानी बीमारी है और आप उससे जल्द से जल्द छुटकारा पाना चाहते हैं, तो इस दिन शाम के समय घर में किसी एकांत जगह परआसन बिछाकर बैठ जायें और महामृत्युंजय मंत्र का जाप करें। मंत्र है- ऊँ त्रम्बक यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्। उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात् इस मंत्र जाप करते समय इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि आपके सामने कोई न आए और जाप के बाद सबसे पहले भगवान शिव के दर्शन करने चाहिए। इस मंत्र का सिर्फ 11 बार जाप करने से ही आपको फायदा देखने को मिलेगा।
मंगल दोष दूर करने का उपाय
भौम प्रदोष व्रत का दिन मंगल से जुड़ा है। इस दिन शिव पूजा के बाद आप मंगल ग्रह के मंत्रों का जाप करते हैं, तो कुंडली में व्याप्त मंगल दोष दूर होता है। आज के दिन मंगल के तांत्रिक मंत्र ओम क्रां क्रीं क्रौं स: भौमाय नम: का जाप करते हैं, तो आपको रुका हुआ धन वापस मिल सकता है। कई बार हम दूसरे की आर्थिक मदद करते हैं, लेकिन वह पैसा फंस जाता है, वापस नहीं मिलता है। उसको वापस पाने के लिए यह मंत्र उपयोगी माना जाता है। इस मंत्र का जाप कम से कम 40 हजार बार किया जाता है।
भय मुक्ति का उपाय
अगर आपको हर समय किसी न किसी चीज का भय बना रहता है, तो इसके लिए इस दिन शाम के समय शिव जी की प्रतिमा के आगे दीपक जलाकर, आसन बिछाकर पश्चिम दिशा की ओर मुंह करके बैठना चाहिए और संभव हो तो रुद्राक्ष या चंदन की माला से ऊँ नम: शिवाय मंत्र का जाप करें। अगर आपके पास रुद्राक्ष या चन्दन की माला उपलब्ध नहीं है तो करमाला पर गिनकर 108 बार मंत्र का जाप कर लें। ऐसा करने से आपको कभी किसी चीज का भय नहीं होगा और स्वयं के अंदर एक नयी ऊर्जा महसूस करेंगे।