शास्त्रोंनुसार श्रवण नक्षत्र में शिव पूजा का विशेष महत्व
Astrology Articles I Posted on 17-08-2015 ,00:00:00 I by:
श्रावण हिन्दू पंचांग का पांचवा माह श्रावण होता है। ज्योतिष के अनुसार इस मास के दौरान या पूर्णिमा के दिन आकाश में श्रवण नक्षत्र का योग बनता है इसलिए श्रवण नक्षत्र के नाम से इस माह का नाम श्रावण हुआ। इस माह से चातुर्मास की शुरूआत होती है। यह माह चातुर्मास के चार महीनों में बहुत शुभ माह माना जाता है। चातुर्मास धार्मिक दृष्टि से बहुत महत्व रखता है।
शिव पूजा का विशेष महत्व धर्म शास्त्रों में सावन में भगवान शिव की आराधना का महत्व अधिक बताया गया है। पौराणिक मान्यता के अनुसार ऋषि मार्कण्डेय ने लंबी उम्र के लिए शिव की प्रसन्नता के लिए श्रावण मास में कठिन तप किया, जिसके प्रभाव से मृत्यु के देवता यमराज भी पराजित हो गए।
यह भी मान्यता है कि सावन में शिव द्वारा पार्वती को सुनाई गई अमरत्व कथा सुनाने से सारे पापों से मुक्ति मिल जाती है। यही कारण है कि सावन में शिव आराधना का विशेष महत्व है।