कार्तिक में इस पेड की पूजा देगी सम्पन्नता लाएगी खुशहाली
Astrology Articles I Posted on 05-10-2017 ,14:10:56 I by: vijay
कार्तिक मास के समान कोई भी माह नहीं है पुराणों में वर्णित है कि यह
माह धर्म, अर्थ, काम एवं मोक्ष को देने वाला है और इस समय पर तुलसी पूजा
विशेष फलदायी होती है। कार्तिक मास में तुलसी पूजा करने से पाप नष्ट होते
हैं।
इस मास में की गई भगवान विष्णु एवं तुलसी उपासना असीमित फलदायी होती है। तुलसी पूजा कर कई दोषों को दूर किया जा सकता है।
मान्यता है कि इस मास में जो व्यक्ति तुलसी के समक्ष दीपक
जलाता है उसे सर्व सुख प्राप्त होते हैं। इस मास में भगवान विष्णु एवं
तुलसी के निकट दीपक जलाने से अमिट फल प्राप्त होते हैं।
यदि कोई
भी व्यक्ति तुलसी की माला से किसी भी लक्ष्मी मन्त्र का यथा शक्ति 1 से 11
माला प्रतिदिन जप करे तो धन की प्राप्ति होने लगती है और उसके परिवार में
सुख समृद्धि आती है।
जो भी व्यक्ति नित्य सुबह के समय स्नान आदि से निवृत होकर तुलसी के नीचे दीपक जलाकर पूजन करेगा। उस जातक के देवदोष समाप्त हो जायेंगे।
एक
गमले में एक पौधा तुलसी का तथा एक पौधा काले धतूरे का लगायें। इन दोनों
पौधों पर प्रतिदिन स्नान आदि से निवृत होकर शुद्ध जल में थोड़ा सा कच्चा
दूध मिलाकर अर्पित करें। जो भी व्यक्ति यह प्रयोग नित्य एक वर्ष तक करेगा
उसे पितृदोष से मुक्ति मिल जायेगी तथा उसको ब्रहमा, विष्णु, महेश, इन तीनों
की संयुक्त पूजा फल मिलेगा चूंकि विष्णु प्रिया होने के कारण तुलसी विष्णु
रूप है तथा काला धतूरा शिव रूप है एंव तुलसी की जड़ो में ब्रहमा का निवास
स्थान माना जाता है।
एक छोटा सा चांदी का सर्प बनावाकर। इस सर्प की पूजा जिस दिन
चर्तुदशी हो उस दिन स्नान कर तुलसी के पौधे के नीचे, इसे रखकर। इस पर दूध,
अक्षत, रोली, आदि लगाकर इसकी पूजा करें। घी का दीपक भी जलायें।
जिस समय
पूजा करें उस समय साधक का मुख पूर्व दिशा की तरफ होना चाहिए। भोग अर्पित
कर दान भी करें। दीपक जब ठण्डा हो जाये तो उसके बाद चाॅदी के सर्प को पूजा
करने वाला व्यक्ति ही उठाकर किसी नदीं में प्रवाहित कर दे। इस प्रकार नित्य
40 दिन तक पूजन करने से कालसर्प दोष दूर हो जाता है।
इस पेड की जड की पूजा लाती है सौभाग्य, बरसाती है दौलत
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