कल है अक्षय तृतीया, करें इस शुभ मुहूर्त में ये काम, हो जाएंगे मालामाल

अक्षय तृतीया या आखा तीज वैशाख मास में शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को कहते हैं। पौराणिक ग्रंथों के अनुसार इस दिन जो भी शुभ कार्य किये जाते हैं, उनका अक्षय फल मिलता है। अक्षय तृतीया पर कुंभ का पूजन व दान अक्षय फल प्रदान करता है। धर्मशास्त्र की मान्यता अनुसार यदि इस दिन नक्षत्र व योग का शुभ संयोग भी बन रहा हो तो इसके महत्व में और वृद्घि होती हैं।


अक्षय तृतीया इस बार 28 अप्रेल शुक्रवार को प्रातः 10:29 से ही शुरू हो जाएगी जो अगले दिन 29 अप्रेल शनिवार को प्रातः 6:56 तक रहेगी। जो व्यापारी परशुराम जयंती पर पूजन करना चाहते हैं, उन्हें एक दिन पूर्व 28 अप्रैल शुक्रवार को सायंकालीन तृतीय में गोधूलि वेला सायं 6:28 बजे से रात्रि 8:40 बजे तक पूजन धन निवेश करना श्रेष्ठ रहेगा। रोहिणी नक्षत्र का संयोग होने से व्यापारिक कार्यों के लिए यह अतिशुभ है। ज्योतिष के अनुसार इस वर्ष 29 अप्रैल 2017 शनिवार को बैशाख शुक्ल तृतीया सूर्योदय से लेकर प्रातः 6.56 तक व्याप्त रहने तथा रोहिणी नक्षत्र समायुक्त होने के कारण अक्षय तृतीया के लिए उपयुक्त रहेगी।

इस दिन जल से भरे घड़े, कुल्हड़, सकोरे, पंखे, खड़ाऊं, छाता, चावल, नमक, घी, खरबूजा, ककड़ी, चीनी, साग, इमली, सत्तू आदि का दान पुण्यकारी माना जाता है।

अक्षय तृतीया पर चप्पल दान करने का भी महत्व है। माना जाता है कि ऐसा करने पर मृत्यु के पश्चात नर्क नहीं भोगना पड़ता। इस दिन नए वस्त्रों का दान लंबी आयु के लिए किया जाता है।

शास्त्रानुसार अक्षय तृतीया को अनंत-अक्षय-अक्षुण्ण फलदायक माना गया है। इस दिन महालक्ष्मी की प्रसन्नता के लिए भी विशेष अनुष्ठान होता है, जिससे अक्षय पुण्य मिलता है।

सुबह उठकर नित्यकर्म से निवृत होने के बाद शांत चित्त होकर विधि-विधान से लक्ष्मीनारायण की पूजा सफेद और पीले फूलों से करने पर हर मनोकामना पूर्ण होती है।

शाम को गाय के घी का दीपक घर के ईशान कोण में जलाएं और दीपक में रूई की जगह पर लाल रंग के धागे का उपयोग करें और दीपक में थोड़ा केसर भी डालें।

एक पीला कपड़ा लेकर उसमें पांच लक्ष्मी (पीली) कौड़ी और थोड़ा-सा केसर, चांदी के सिक्के डालें और ये सब बांध कर धन के स्थान पर रख दें।

तीन कुंवारी कन्याओं को घर बुलाकर उन्हें खीर खिलाएं तथा उन्हें वस्त्र और दक्षिणा दें। ऐसा करने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और धन प्राप्ति होती है।

अगर कोई भक्त गरीबों को दान करता है तो उसे धन के रूप में आशीर्वाद मिलता है। गरीबों में सफेद रंग की वस्तु या खाद्य पदार्थ दान करें तो बहुत शुभ रहता है।

भगवान विष्णु का दक्षिणावर्ती शंख में जल भरकर अभिषेक करें। अगर यह अभिषेक मन से किया जाए तो मां लक्ष्मी प्रसन्न हो जाती हैं और आपको धन से मालामाल कर देती हैं।
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