केवल 9 मंत्र करेंगे मनचाही नौकरी और कॅरिअर की बाधा दूर
Astrology Articles I Posted on 23-10-2016 ,08:08:14 I by: Amrit Varsha
जन्मपत्रिका में दशम भाव से कर्मक्षेत्र का विचार किया जाता है, तो शिक्षा के पंचम भाव से द्वितीय अर्थात् छठे भाव को प्रतियोगिता परीक्षा का कारक माना जाता है। इसी प्रकार नवम भाव भाग्य का है, जिसकी परिणति उससे द्वितीय यानी दशम भाव में होती है। इसी तरह एकादश भाव आय भाव कॅरिअर से सीधा जुड़ा है। यदि उक्त भाव पापकर्तरी में हों, उनमें त्रिकेश एवं पापग्रह उपस्थित हों, साथ ही, इन भावों के स्वामी भी निर्बल और अशुभ स्थिति में हों तथा कॅरिअर निर्माण के समय दशा-अन्तर्दशा एवं गोचर अशुभ फलप्रद हों, तो कॅरिअर निर्माण में बाधाएं आती हैं। जातक को अपेक्षित प्रयास करने के बावजूद मनोनुकूल कॅरिअर की प्राप्ति नहीं हो पाती है।
इन मन्त्रों के जप एवं उपायों को करने से शिक्षा एवं कॅरिअर में आ रही बाधाएं दूर होती हैं :
1. मन्त्र :
ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे।
जप संख्या : प्रतिदिन एक माला।
फल : शिक्षा एवं कॅरिअर में आ रही बाधाओं का निवारण एवं मनोकामना पूर्ति।
2. मन्त्र :
ओम वद् वद् वाग्वादिन्यै स्वाहा।। जप संख्या : प्रतिदिन एक माला।
फल : विद्या एवं विद्वत्ता की प्राप्ति।
3. मन्त्र :
सर्वस्य बुद्धिरूपेण जनस्य हृदि संस्थिते। स्वर्गापवर्गदे देवि नारायणि नमोऽस्तुते।।
जप संख्या : प्रतिदिन एक माला।
फल : अवांछित प्रवृत्तियों से छुटकारा एवं श्रेष्ठ प्रवृत्तियों की प्राप्ति।
4. मन्त्र :
ओं नमो भगवती पद्मावत्यै ओं ह्रीं श्रीं पूर्वाय दक्षिणाय पश्चिमाय उत्तराय अन्नपूर्णास्ति सर्वं मम वश्यं करोति स्वाहा।। (जैन पद्मावती देवी मन्त्र)
जप सं या : प्रतिदिन एक माला।
फल : बुद्धि और रोजगार की प्राप्ति।
5. मन्त्र :
ओम बृं बृहस्पतये नम:।
जप सं या : प्रतिदिन एक माला।
फल : ज्ञान एवं कार्यक्षेत्र में पूर्ण सफलता की प्राप्ति।
6. इसी प्रकार बाधाकारक ग्रह के मन्त्रों के जप से बाधा दूर होती है और अनुकूलता आती है।
7. प्रतिदिन गणपति अथर्वशीर्ष एवं सरस्वती चालीसा पाठ उत्तम शिक्षा प्राप्ति के लिए श्रेष्ठ हैं।
8. विद्यार्थी पुष्य नक्षत्र के दिन घर के बुजुर्ग से जिह्वा पर सोने अथवा चाँदी की शलाका से चामृत अथवा शहद से ऐं बीजमन्त्र लिखवाएं।
9. कॅरिअर में आ रही बाधाओं को दूर करने के लिए मंगलवार से आरंभ कर प्रतिदिन हनुमान् चालीसा एवं बजरंगबाण का पाठ करें।