खुद रावण ने 'रावण संहिता' में बताए थे धनी होने के ये गुप्त उपाय
Astrology Articles I Posted on 05-12-2016 ,11:15:59 I by: Amrit Varsha
जैसा कि आप जानते हैं कि रावण प्रकांड पंडित था। उसे पता था कि लक्ष्मीी को
कैसे रिझाकर प्रसन्न रखा जाए। स्ववयं रावण ने रावण संहिता नामक ग्रंथ
में मां लक्ष्मीह को रिझाने के उपाय बताए थे। आप भी जानें और उपायों पर
अमल कर प्रसन्न करें मां लक्ष्मी को-
रावण संहिता के अनुसार धन प्राप्ति के इच्छुक व्यक्ति को प्रातः शीघ्र उठना चाहिए। अपने नित्य कर्मो आदि से निवृत होकर, स्नान के बाद उस किसी वृक्ष के नीचे आसन लगाकर बैठना चाहिए। इसके बाद रुद्राक्ष की माला के साथ ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं नम: ध्व: ध्व: स्वाहा मन्त्र का जाप करें। 21 दिन तक लगातार इस मन्त्र का जाप करने के बाद यदि आप इस मन्त्र को सिद्ध कर लेंगे तो आपके जीवन में धन प्राप्ति के योग बनने लगेंगे।
धन प्राप्ति में बार-बार रुकावटों का सामना कर रहे लोगों को लगातार 40 दिनों तक ॐ सरस्वती ईश्वरी भगवती माता क्रां क्लीं श्रीं श्रीं मम धनं देहि फट् स्वाहा मंत्र का जाप करना चाहिए। यह महालक्ष्मी से संबंधित मंत्र है तथा यह माता लक्ष्मी को प्रसन्न करने वाला तांत्रिक उपाय है। इस मन्त्र का नियमित जाप मात्र कुछ ही दिनों में आपके धन से संबंधित सभी समस्याओं का समाधान कर देगा।
किसी भी शुभ अवसर जैसे अक्षय तृतीया, दीपावली, होली आदि की मध्यरात्रि में यह उपाय विशेष फलदायी रहेगा। कुमकुम के द्वारा थाली पर ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं महालक्ष्मी, महासरस्वती ममगृहे आगच्छ-आगच्छ ह्रीं नम: लिखना चाहिए। इसे लिखने के साथ ही साथ रुद्राक्ष या कमल गट्टे की माला की सहायता से इस मन्त्र का जाप कर इस सिद्ध करें।
यदि आप धन संबंधित समस्या का निपटारा चाहते हैं सुबह उठने के बाद और पलंग से उतरने से पहले आपको 108 बार ॐ नमो भगवती पद्म पदमावी ऊँ ह्रीं ऊँ ऊँ पूर्वाय दक्षिणाय उत्तराय आष पूरय सर्वजन वश्य कुरु कुरु स्वाहा मंत्र का जाप करें। मन्त्र का जाप पूर्ण करने के पश्चात दसों दिशाओं में दस-दस बार फूंक मारें। जो भी इस मन्त्र का जाप पूरी तन्मयता से करता है उस जातक को कभी भी धन से संबंधित समस्या नहीं आती।
चमत्कारी कल्पवृक्ष के समान दक्षिणावर्ती शंख