ग्रहण में है राखी, इस खास मुहूर्त में राखी बांधना रहेगा लाभकारी

भाई-बहन के प्रेम के त्योहार राखी पर इस बार ग्रहण की छाया रहेगी। करीब 12 साल बाद ऐसा संयोग बना है कि राखी के दिन ग्रहण लग रहा है। दरअसल चंद्र ग्रहण के कारण इस साल 7 अगस्त को होने वाली राखी महज 18 मिनिट की होगी। इस 18 मिनिट में भगवान की पूजा कर राखी बांध लेनी है। इसलिए सूतक लगने से पहले भद्रा का असर रहेगा। इस राखी बांधने के भी कुछ खास मुहूर्त बताए गए हैं, जिनमें राखी बांधना श्रेष्ठ रहेगा। रात में चंद्र ग्रहण है जिसके कारण 12 घंटे पहले ही सूतक लग जाएगा। मंदिरों के पट बंद रहेंगे और पूजा नहीं होगी। सूतक लगने के बाद सिर्फ मंत्र का जाप किया जा सकता है इसके अलावा कोई शुभ कार्य नहीं हो सकता। इस साल मकर राशि पर ग्रहण लग रहा है।


राखी बांधने का सर्वश्रेष्ठ
समय श्रावण शुक्ल पूर्णिमा को भद्रारहित व तीन मुहूर्त से अधिक उदयकाल व्यापिनी पूर्णिमा के अपराह्न या प्रदोष काल में रक्षा बंधन ला शास्त्रसम्मत विधान है| इस वर्ष 7 अगस्त, 2017 सोमवार को पूर्णिमा तिथि रात्रि 11-41 बजे तक होने से रक्षा बंधन का त्यौहार इसी दिन मनाया जाना है| रक्षाबंधन में भद्रा को वर्जित माना गया है| इस दिन पूर्वाह्न 11-05 बजे तक भद्रा व्याप्त है, इसके अतिरिक्त रात्रि 10-53 से मध्यरात्रि 12-48 तक चन्द्र ग्रहण भी है | जिसका सूतक दोपहर के बाद 01-53 से प्रारंभ हो जायेगा | अतः इस दिन राखी बांधने का श्रेष्ठ समय पूर्वाह्न 11-05 से ग्रहण से सूतक से पूर्व दोपहर के बाद 01-53 तक है| रक्षाबंधन में चौघडिया या लग्नशुद्धि का विचार नही किया जाता | यहाँ धार्मिकजनों के ज्ञान में एक बात और भी लाना चाहते है | अनेक राज्यों/क्षेत्रों में तो ग्रहण के सूतक का भी विचार नही किया जायेगा। रक्षाबंधन पर्व को एक सुनिश्चित एवं नियतकाल में करने की शास्त्राज्ञा है, उस दिन सक्रांति/ ग्रहण निषेध का विचार नही होगा | ऐसी स्थिति में वहां रक्षाबंधन भद्रोत्तर दोपहर बाद 01-53 से सायं 04-34 के मध्य रक्षाबंधन होगा | वहां अपराह्न व प्रदोषकाल का निर्वाह होगा |
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