गणेश चतुर्थी के दिन इन शुभ मुहूर्तों पर ही करें प्रतिमा की स्थापना
Astrology Articles I Posted on 01-09-2019 ,15:19:08 I by: vijay
हिंदू
पंचाग के अनुसार हर साल भाद्रपद के शुक्लपक्ष की चतुर्थी तिथि को गणेश
चतुर्थी का त्योहार मनाया जाता है। कल गणेश
चतुर्थी का पर्व है। शास्त्रों में बताया गया है कि इसी तिथि पर भगवान गणेश
का जन्म हुआ था। गणेश चतुर्थी पर बुद्धि, समृद्धि और सौभाग्य के देवता
भगवान गणेश की विधिवत पूजा-अर्चना की जाती है। गणेश चतुर्थी से 10 दिनों तक
गणेशोत्सव भी शुरू हो जाता है।
गणेश चतुर्थी की प्रतिमा स्थापना का शुभ मुहूर्त...गणेश
चतुर्थी के पावन पर्व पर सुबह स्नान कर
द्विस्वभाव लग्न कन्या में प्रात: 7:10 बजे से सुबह 9:26 तक, चर लग्न तुला
मे 9:26 से 11:44 तक या फिर धनु द्विस्वभाव लग्न दोपहर 2:03 से 4:07 बजे तक
अथवा चर लगन मकर में शाम 4:08 बजे से 5:50 बजे तक के बीच में इको फ्रेंडली
गणेश जी की स्थापना घर, पार्क, पंडाल में करेंगे तो अतिशुभ फल मिलेगी।
लेकिन इस बार गणेश चतुर्थी पर दो शुभ योग और ग्रहों का शुभ संयोग बन रहा
है। जिसकी वजह से गणेश चतुर्थी का महत्व बढ़ गया है, आइए जानते हैं।
ग्रह-नक्षत्रों का शुभ संयोग...इस
बार गणेश चतुर्थी पर शुक्ल और रवियोग बन रहे हैं। इसके अलावा अगर ग्रहों
के बात की जाए तो सिंह राशि में चतुग्र्रही योग भी बन हुआ है। चतुग्र्रही
योग यानी सिंह राशि में सूर्य, मंगल, बुध और शुक्र चार ग्रहों का शुभ योग
के साथ। ग्रह-नक्षत्रों के इस शुभ संयोग में गणेश स्थापना को बहुत ही शुभ
माना गया है।
चित्रा नक्षत्र में होगी गणेश स्थापना...गणेश
चतुर्थी के दिन गणेश स्थापना चित्रा नक्षत्र में की जाएगी।
मंगल के इस नक्षत्र में चंद्रमा होने से शुभ फल प्राप्त होते हैं। चित्रा
नक्षत्र और चतुर्थी का संयोग सुबह लगभग 8 बजे से शुरू होगा।
गणेश स्थापना के लिए श्रेष्ठ मुहूर्त...मान्यता
के अनुसार भाद्रपद महीने के शुक्लपक्ष की चतुर्थी को मध्याह्न के समय
भगवान गणेश जी का जन्म हुआ था। इसलिए भगवान गणेश की स्थापना और पूजा का
सबसे श्रेष्ठ समय मध्याह्न काल ही माना गया है। गणेश चतुर्थी पर मध्याह्न
काल में अभिजित मुहूर्त के संयोग पर गणेश स्थापना की जा सकती है। जो कि
सुबह लगभग 11.55 से दोपहर 12.40 तक रहेगा।
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