21 को होंगे शनि वक्री, कुछ राशियों की होगी बल्ले -बल्ले, कुछ का बंटाधार
Astrology Articles I Posted on 19-06-2017 ,09:26:28 I by: Amrit Varsha
आज से ठीक दो दिन बाद यानी 21 जून को शनिदेव वक्री होकर धनु राशि से वृश्चिक राशि में भ्रमण करेंगे। इस राशि में शनिदेव 26 अक्टूबर तक रहेंगे। इस दौरान गोचरवश सभी राशियों पर अच्छा या बुरा असर पडेगा। कुछ राशियां रहेंगी फायदे में तो कुछ को नुकसान भी होगा। आइए देखे राशियों का भविष्य -
मेष- इस राशि के जातकों पर थोडा संभलकर चलना होगा। सोने के पाए से शनि की ढैया प्रारम्भ होगी। काम-धंधे में थोडी परेशानी आ सकती है। आय में कमी और खर्च अधिक हो सकता है। मानसिक तनाव, पारिवारिक क्लेश जैसी समस्याएं भी परेशान कर सकती हैं। लेकिन घबराएं नहीं कठोर परिश्रम से कुछ लाभ की संभावना बनेगी।
वृष- लोहे के पाए से प्रवेश होने के कारण इस राशि के जातकों की आय में बढोतरी की आशा है। इस दौरान मांगलिक कार्य होंगे और शुभ और अच्छेक कार्यों पर खर्च होने के योग बन रहे हैं। शनिदेव की सप्तम पूर्णदृष्टि इस राशि पर रहेगी। काम-धंधे में थोडी परेशानी हो सकती है, लेकिन समय आपके पक्ष का बना रहेगा।
मिथुन- शनि का इस राशि में सोने के माध्यमम से प्रवेश होगा। सभी पुराने बिगड़े काम बनते चले जाएंगे। आकस्मिक लाभ भी होंगे। पुराना और रूका हुआ पैसा भी आने की उम्मीद है। राशि से शनि छटे स्थान पर होने से शत्रु हावी होने की कोशिश करेंगे, सावधान रहें। विषम परिथितियों के बाबजूद निर्वाह योग्य आय के साधन बनते रहेंगे।
कर्क- इस राशि में शनि ताम्र पाया से प्रवेश करेंगे। पंचमस्थ शनि के कारण उच्च विद्या प्राप्ति, पदोन्नति, धन लाभ, उत्साह में वृद्धि तथा विवाह आदि सुखों की प्राप्ति होगी। अधूरे काम बनने के योग हैं। पुराना पैसा भी आने की संभावना। प्याधर में थोडा सावधान रहें नहीं तो धोखा खा सकते हैं।
सिंह- इस राशि में शनि शुभ रजत पाद से प्रवेश करेंगे लेकिन शनि की ढैया प्रारम्भ होगी। व्यापार में प्रगति, राज्य पक्ष से सम्मान, धन-धान्य समृद्वि एवं ऐश्वर्य वृद्वि के योग बनेंगे। समय आपके पक्ष का बना रहेगा।
कन्या- तीसरे घर में आया शनि बेहद शुभ रहेगा। भूमि, मकान, वाहनादि, सुख सुविधाओं में वृद्धि होगी। परन्तु शनि का पाया लोहा होने से धन का अपव्यय तथा शासन का भय रहेगा, स्त्री या पति तथा संतान की चिंता होगी।
तुला- इस राशि में शनिदेव तांबे के शुभ पाए से प्रवेश करेंगे। यही से शनि की साढ़ेसाती प्रारम्भ होगी। धन लाभ, स्त्री-पुत्र सुख, धन लाभ, स्वास्थ्य लाभ होगा। लाभ के पूरे योग बने रहेंगे।
वृश्चिक- इस राशि के जातकों पर सोने के पाया से शनि की साढ़ेसाती रहेगी। फलस्वरुप शरीर कष्ट, तनाव एवं संघर्ष अधिक रहेगा। आय कम खर्च बढ़ेगा। स्वजनों, मित्रों से विवाद, बुद्धि मालिन्य और शासन से भय की संभावना रहेगी।
धनु- इस राशि से शनि के बारहवें स्थान पर आने से साढ़ेसाती प्रारम्भ होगी। पारिवारिक एवं व्यवसायिक उलझनें बढ़ेंगी। परन्तु शनि पाया रजत होने के कारण विद्या प्राप्ति, वाहन, आकस्मिक धनलाभ होते रहेंगे।
मकर- इस राशि पर शनि लौह पाया से लाभ स्थान में आएगा। परिश्रम के बाद धन लाभ एवं उन्नति के मार्ग प्रषस्त होंगे। प्रतिष्ठा में वृद्धि, सुख, क्रय-विक्रय में संतुष्टि। उत्साह तथा धैर्य में वृद्धि से बिगड़े काम बनेगें, नई योजनाएं सफल होगीं।
कुंभ- इस राशि पर दशमस्थ शनि का प्रवेश ताम्र पाया से होगा। धनलाभ, व्यापार लाभ, राज्यकार्य से लाभ मिलेगा।
मीन- शनि की कृपा इस राशि पर विशेष रहेगी। शनि का प्रवेश चांदी के पाया से नवम भाग्य स्थान में होगा। अत: भाग्योन्नति के अवसर मिलेंगे। व्यापार लाभ, ऐश्वर्य वृद्वि के योग हैं। बेराजगार जातकों के लिए सरकारी नौकरी के भी योग बन रहे हैं।
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