सौ साल बाद आ रही है ऐसी करवा चौथ, जरूर करें ये चार काम
Astrology Articles I Posted on 18-10-2016 ,07:27:01 I by: Amrit Varsha
सुहागिनों का सबसे बडा पर्व करवा चौथ बुधवार, 19 अक्टूरबर को पूरे देश में मनाया जाएगा। इस बार करवा चौथ खास है क्यों कि 100 वर्षों में पहली बार चार शुभ संयोग बन रहे हैं। इस बार यह पर्व बुधवार के दिन रोहिणी नक्षत्र में आ रहा है। ज्योतिषियों के अनुसार चंद्रमा रोहिणी नक्षत्र में उदय होगा और अपनी उच्च राशि वृषभ में रहेगा वहीं बुध अपनी कन्या राशि में रहेगा। इसी दिन गणेश चतुर्थी और कृष्णजी की रोहिणी नक्षत्र भी है। बुधवार गणेशजी और कृष्णजी दोनों का दिन है। ज्योतिष शास्त्रियों का मानना है की 2016 में करवाचौथ का व्रत रखने से 100 व्रतों का वरदान प्राप्त होगा। न केवल पति की उम्र लंबी होगी बल्कि संतान सुख भी प्राप्त होगा। इस दिन पाचं आसान काम किए जाएं तो व्रत कई गुना फल देगा।
लाल चुनरी पहनें सुहागनेंइस दिन महिलाओं को लाल रंग के कपडे पहनना चाहिए। आप चाहे तो इस दिन अपनी शादी का लहंगा या फिर और कोई लाल रंग का लहंगा या फिर साड़ी पहन सकती है। लाल रंग पहनने का कारण है कि इसे सुहाग की निशानी मानी जाती है। साथ ही यह प्रेम का प्रतीक माना जाता है।
सास अपनी बहू को दे श्रंगार का सामान
करवा चौथ के व्रत पर सरगी का सबसे अधिक महत्व है। इसके बिना तो व्रत की शुरुआत नहीं होती है। यह सरगी सास अपनी बहू को देती है। जो व्रत शुरू होने से पहले दी जाती है। इस सरगी में कुछ मिठाइयां और कपड़े और श्रृंगार का सामान होता है। महिलाएं इस व्रत को पूरी श्रृद्धा के साथ रखती है और शाम को जब चांद निकलता है असके बाद ही अपना व्रत खोलती है।
मां अपनी बेटी को भेजे श्रंगार का सामान
करवा चौथ में जिस तरह सरगी महत्वपूर्ण होती है उसी तरह बाया भी होता है। इस दिन मां अपनी बेटी को शाम को पूजा शुरू होने से पहले उसके घर या फिर उसे बाया देती है। इस बाया में कुछ मिठाईयां, गिफ्ट, ड्राई फुट्स आदि दिए जाते है।
करवा चौथ की कथा एकाग्र होकर सुनें
करवा चौथ के दिन जितना महत्व व्रत और पूजा करने का होता है। उतना ही महत्व करवा चौथ की कथा का भी है। इसलिए इस कथा को बडे ही एकाग्र होकर सुनना चाहिए। कभी-कभी हम देखते है कि कई महिलाएं ऐसी होती है कि वह एकचित्त होकर नही सुनती है। उनका मन और कही लगा होता है। जो शास्त्रों के अनुसार गलत माना जाता है। इसलिए सभी महिलाओं को एकाग्र होकर कथा सुननी चाहिए। जिससे आपको शुभ फल मिलेगा।