पुराणों के अनुसार इन मंत्रों के जाप से होती हैं माता रानी जल्दी प्रसन्न
Astrology Articles I Posted on 28-03-2017 ,08:27:33 I by: Amrit Varsha
नवरात्र के दौरान मां दुर्गा के खास मंत्रोच्चार से जातक दुख, बीमारी से मुक्त होता है वहीं खुशहाली और सम्पन्नता उसके घर आ बसती है।
दुख, गरीबी, निदान व शत्रुनाश और बलवृद्धि के लिए दो वर्ष की कन्या कुमारी को इस मंत्र का उच्चारण कर नौ दिन तक पूजन करना चाहिए।
ओम सर्वस्वरूपे सर्वेशे सर्वशक्तिस्वरूपिणी।
पूजां गृहाण कौमारि! जगन्मातर्नमोस्तु ते।।
अकाल मृत्यु निवारण व त्रिवर्ग फल प्राप्ति के लिए तीन वर्ष की कन्या त्रिमूर्ति की नौ दिन तक इस मंत्र से पूजा करनी चाहिए।
ओम त्रिपुरां त्रिपुराधारां त्रिवर्षां ज्ञानरूपिणीम्।
त्रैलोक्यवंदिन्तां देवीं त्रिमूर्तिं पूजयाम्यहम्।।
धन-धान्य की प्राप्ति व पुत्र-पौत्र आदि की अभिवृद्धि के लिये चार वर्ष की कन्या कल्याणी की नौ दिन तक इस मंत्र से पूजा करनी चाहिए।
ओम कलात्मिकां कलातीतां कारूण्यसदयां शिवाम्।
कल्याण जननी देवीं कल्याणीं पूजयाम्यहम्।।
आरोग्य, शांति, यशप्राप्ति व रोजगार और राजनीति आदि पदों पर नियुक्ति आदि के लिए पांच वर्ष की कन्या रोहिणी नौ दिन तक भोजन करवा कर पूजन करना चाहिए।
ओम अणिमादिगुणाधाराम् अकारा द्रक्षयात्मिकाम।
अनन्तशक्तिकां लक्ष्मी रोहिणीं पूजम्याहम्।।
विद्या, विजय व राज्य प्राप्ति के लिए छह वर्ष की कन्या कालिका का नौ दिन तक इस मंत्र का उच्चारण के साथ पूजन करना चाहिए।
ओम कामचारां शुभां कान्तां कालचक्रस्वरूपिणीम्।
कामदां करूणादारां कालिकां पूजयाम्यहम्।।
राजवर्ग को अपने अनुकूल बनाने, देश से आतंकवाद आदि का खात्मा करने व खिलाडिय़ों की विजय श्री आदि के लिए सात वर्ष की कन्या चंडिका का नौ दिन तक इस मंत्रोच्चारण के साथ पूजन करना चाहिए।
ओम चंडवीरां चंडमायां चंडमुंडप्रभंजनीम्।
पूजयामि सदा देवीं चंडिकां चंडविक्रमाम्।।
अपने किए पापों के नाश, प्रायश्चित और शत्रु पराजय के लिए आठ वर्ष की कन्या सांभवी की नौ दिन तक पूजा करनी चाहिए।
ओम सदानंदकरीं शांतां सर्वदेव वनमस्कृताम्।
सर्व भूतात्मिकां लक्ष्मीं शाम्भवीं पूजयाम्यहम्।।
अपनी दुर्गति के क्षरण, मस्तिष्क व मानसिक रोग, टाइफाइड या इससे सम्बंधी पुराने आंतरिक ज्वर शमन के लिए नौ दिन तक नौ वर्ष की कन्या दुर्गा का दिन तक पूजन करना चाहिए।
ओम दुर्गमे दुस्तरे कार्ये भव दुख विनाशिनीम्।
पूजयामि सदा भक्तया दुर्गां दुर्गति नाशिनीम।।
विवाहिताओं को सुहागिनी बने रहने, सौभाग्य, मनोकामना पूर्ण व धनागम के लिए दस वर्षीय कन्या सुभद्रा का नौ दिन तक पूजन करना चाहिए-
ओम सुन्दरीं स्वर्णवर्णाभां सुखसौभाग्यदायिनीम्।
सुभद्रा जननीं देवीं सुभद्रां पूजयाम्यहम्।।
नौ दिन तक अपनी बाधा व समस्या के अनुसार देवी की प्रतिमा के समक्ष उक्त मंत्रों का वाचन करें।
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