Others I Posted on 29-03-2014 ,00:00:00 I by:
मां भगवती की पूजा और साधना के लिए नवरात्र को बेहद शुभ माना जाता है। हिन्दू पंचांग के अनुसार चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से नवमी तक नवरात्र होते है। मां दु्र्गे की आराधना का पर्व नवरात्र वर्ष में दो बार आता है, एक चैत्र मास में, दूसरा आश्विन मास में। अश्विन मास की नवरात्रि के दौरान भगवान राम की पूजा और रामलीला अहम होती है जबकि चैत्र मास की नवरात्रि पूरी तरह देवी मां की पूजा पर आधारित होती है। चैत्र नवरात्र की अपनी विशिष्टता और महत्ता है। इस साल चैत्र नवरात्र 31 मार्च से शुरू हो रहा है। चैत्र नवरात्र 31 मार्च से 8 अप्रैल तक चलेंगे। नवरात्र पर्व पर देवी मां की आराधना करने से वह प्रसन्न होकर अपने भक्तों के सभी कष्टों का निवारण करती हैं और उन्हें सुख, समृद्धि प्रदान करती हैं। नवरात्र का पहला दिन माता शैलपुत्री की आराधना से शुरू होती है। मां दुर्गा अपने प्रथम स्वरूप में शैलपुत्री के रूप में जानी जाती हैं। पर्वतराज हिमालय के यहां जन्म लेने से भगवती को शैलपुत्री कहा गया।