महादेव का महामान है- कार्तिगाई दीपम
Vastu Articles I Posted on 08-01-2025 ,05:36:56 I by:
मासिक कार्तिगाई- 9 जनवरी 2025
दक्षिण भारत का प्रमुख त्योहार है- कार्तिगाई दीपम्, जिसे दक्षिण भारतीय हिन्दू लंबे समय से मनाते आ रहे हैं. इस अवसर पर श्रद्धालु शाम को अपने घरों और आसपास तेल के दीपक जलाकर खुशियां मनाते हैं. कार्तिकाई दीपम का नाम कृत्तिका नक्षत्र से लिया गया है, इसलिए इसे कार्तिकाई कहा जाता है क्योंकि इस दिन कृत्तिका नक्षत्र प्रबल होता है. धर्मधारणा के अनुसार भगवान श्रीविष्णु और ब्रह्मा के समक्ष अपनी अपनी श्रेष्ठता साबित करने के लिए भगवान शिव ने स्वयं को प्रकाश की अनन्त ज्योत में बदल लिया था, इसलिए कार्तिगाई दीपम भगवान शिव की सर्वोच्च सत्ता के सम्मान के रूप में मनाया जाता रहा है. धर्म में दीपक का विशेष महत्व है क्योंकि यह अंधकार की नकारात्मकता को दूर करता है और यदि अखंड दीपक प्रज्वलित किया जाए तो पूजा-साधना के शुभ परिणाम शीघ्र प्राप्त होते हैं!
कार्तिगाई दीपम के अवसर पर कुछ विशेष पूजा-अनुष्ठान किए जाते हैं....
दीपदान- घरों और मंदिरों में दीप जलाते हैं. पूजा- भगवान शिवजी और भगवान श्रीविष्णु की पूजा करते हैं. अभिषेक- भगवान शिवजी को जल, दूध, गंगाजल से अभिषेक करते हैं. अर्चना- भगवान शिवजी और भगवान श्रीविष्णु को फूल, फल, पूजन सामग्री अर्पित करते हैं. भजन, कीर्तन-ः भगवान शिवजी और भगवान श्रीविष्णु के भजन-कीर्तन करते हैं.
-प्रदीप लक्ष्मीनारायण द्विवेदी, बॉलीवुड एस्ट्रो एडवाइजर