तुलसी में जल देते समय भूलकर भी न करें यह गलतियाँ, घर में होती है कलह
Vastu Articles I Posted on 19-11-2024 ,05:53:21 I by:
हिंदू धर्म में तुलसी को अत्यंत पवित्र और पूजनीय माना जाता है। कहते हैं कि जिस घर में रोजाना तुलसी की पूजा होती है उस घर में सुख-समृद्धि और संपन्नता बनी रहती है। वहीं भगवान विष्णु को तुलसी अति प्रिय है। प्रभु नारायण की पूजा और भोग तुलसी के बिना अधूरी मानी जाती है। हर दिन सुबह के समय तुलसी में जल देने और शाम के वक्त तुलसी में दीया जलाने से घर में मां लक्ष्मी का वास रहता है। लेकिन तुलसी की पूजा करते समय इन गलतियों को करने से बचना चाहिए अन्यथा आपको पूजा का उचित फल प्राप्त नहीं होगा।
जानते हैं कि तुलसी में जल देते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
तुलसी में जल देने का सही समय
तुलसी में हमेशा सूर्योदय यानी सुबह के समय जल देना चाहिए। यह वक्त सबसे अच्छा और फलदायी माना जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, सूर्योदय के समय तुलसी में जल देने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है। अगर घर में धन आदि से जुड़ी दिक्कतें हैं तो वो भी दूर हो जाती हैं।
तुलसी में इस दिन न चढ़ाएं जल
अगर आपके घर में तुलसी है तो उसमें रोजाना जल चढ़ाना चाहिए। लेकिन रविवार, एकादशी के दिन तुलसी में जल अर्पित नहीं करना चाहिए। एकादशी के दिन तुलसी माता का निर्जला उपवास रहता है और जल चढ़ाने से उनका व्रत भंग हो सकता है। एकादशी के दिन तुलसी में जल चढ़ाने से जीवन में कई समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।
दिशा का जरूर रखें ध्यान
अगर आप अपने घर में तुलसी का पौधा लगा रहे हैं तो दिशा का खास ध्यान रखें। तुलसी को दक्षिण दिशा में भूलकर भी नहीं रखना चाहिए। कहते हैं कि इस दिशा में तुलसी रखने से नकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
तुलसी में जल देने का सही नियम
तुलसी में अधिक मात्रा में जल नहीं देना चाहिए। ऐसा करने से तुलसी के पौधे की जड़ें खराब होने लगती हैं और तुलसी का पौधा जल्दी सूखने लग जाता है। कहा जाता है तुलसी का पौधा सूखना अच्छा नहीं होता है।
महिलाएं इन बातों का रखें ख्याल
तुलसी की पूजा करते समय महिलाओं को अपने बालों को खोलकर नहीं रखना चाहिए। महिलाओं को अपने बालों को बांधकर तुलसी की पूजा करनी चाहिए। ऐसा करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है।
नोट: इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य और सटीक हैं। इन्हें अपनाने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।