भक्तों को कभी भी निराश नहीं करती मां कात्यायनी
नवरात्र के छठा दिन मां कात्यायनी की पूजा होती है, जो अपने भक्त की हर मुराद पूरी करती हैं। बताया जाता है कत नाम के एक प्रसिद्ध महर्षि थे, उनके पुत्र ऋषि कात्य हुए। इन्हीं कात्य के गोत्र ......
भक्तों को कभी भी निराश नहीं करती मां कात्यायनी
नवरात्र के छठा दिन मां कात्यायनी की पूजा होती है, जो अपने भक्त की हर मुराद पूरी करती हैं। बताया जाता है कत नाम के एक प्रसिद्ध महर्षि थे, उनके पुत्र ऋषि कात्य हुए। इन्हीं कात्य के गोत्र में ........
महाकाली की मूर्ति से निकलता है पसीना
आपने देवी मां के कई चमत्कारों के बारे में सुना होगा। आज आपको एक ऎसे दैवीय स्थान के बारे में बता रहे है जिसे सुनकर आप चकित रह जाएंगे। जी हां, देश में एक मंदिर ऎसा है जहां महाकाली .......
अक्षय पुण्य-लोकों का सुख देती है मां कालरात्रि
नवरात्र की सातवीं शक्ति कालरात्रि के नाम से जानी जाती हैं। दुर्गा पूजा के सातवें दिन मां कालरात्रि की उपासना का विधान है। इस दिन साधक का मन सहस्त्रार चक्र में स्थित रहता है। इसके लिए ब्रह्मांड की समस्त....
दानव और असुरों का नाश करती है मां कत्यायनी
नवरात्र के छठे दिन मां दुर्गा के छठे अवतार कत्यायनी देवी की पूजा होती है। पुराणों के अनुसार मां दुर्गा ने कात्यायन ऋषि के घर उनकी पुत्री के रूप में जन्म लिया, इस कारण इनका नाम कात्यायनी प़ड गया। आश्विन ........
क्यों आवश्यक हैं नवरात्रों में ब्रह्मचर्य का पालन
नवरात्र का अर्थ है नौ रातें। इन नौ रातों और दस दिनों के दौरान, देवी के नौ रूपों की पूजा की जाती है। नवरात्रि के नौ रातों में तीन देवियों महालक्ष्मी, महासरस्वती तथा महाकाली सहित दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा.......
नवरात्र में भूलकर भी ना करें ये 5 काम
शास्त्रों और पुराणों के अनुसार शारदीय नवरात्र अधिक महत्वपूर्ण है। प्राचीन काल में नवसंवत्सर से आरंभ होने वाला नवरात्र ही अधिक प्रचलित था। लेकिन कलियुग में शारदीय नवरात्र का महत्व बढ़ ........
पवित्र जीवन जीने की कला सिखाती है मां शैलपुत्री
नवरात्र का शुभारंभ मां शैलपुत्री की उपासना व ध्यान से किया जाता है। मां के प्रथम स्वरूप का ध्यान हमें दिव्य-चेतना का बोध कराता है। उनका श्वेत स्वरूप हमें पतित-कलुषित जीवन से मुक्ति प्रदान करते हुए ........
इस बार नवरात्र का खास महत्व, जानें- घट स्थापना का शुभ मुहूर्त
चैत्र नवरात्र शुक्रवार से शुरू हो रहे है। इस दिन मंदिरों एवं घरों में शुभ मुहूर्त में विधिवत रूप से घटस्थापना की की जाएगी। हर बार की तरह इस बार का भी चैत्र नवरात्र काफी उम्मीदें और आशाएं लेकर ........
पर्स में ना रखें ये 5 चीजें, वरना हो जाओगे कंगाल
पैसों से जुडी समस्याओं को दूर करने के लिए शास्त्रों के अनुसार कई कार्य और नियम बताए गए हैं। इन नियमों का पालन करने पर व्यक्ति के जीवन में कभी भी धन की कमी नहीं रहती है। सामान्यत: सभी के पास .........
पौराणिक ग्रन्थ से शुभ और अशुभ का पर्दाफाश
आज ज्योतिष विद्या पर धीरे धीरे लोगों का विश्वास कम होता जा रहा है, मनो विज्ञानं की बातों को माना जाए तो ये महज़ इंसान का भरम होता है या फिर उसके दिमाग का फितूर, लेकिन आज मनो विज्ञानं भी ........
न करें ये काम नहीं तो सहनी प़डेगी ये यातनाएं
क्या आप शास्त्रों में विश्वास करते है, क्या आप जानते है की आपके कर्म ऎसी चीज़ हैं जो आपके वर्तमान और भविष्य को निखारता है, जो आपके जीवन में आने वाले सुख या दु:ख का फैसला करता है, जी हाँ आपके ..........
सुख-समृद्धि और मनोवांछित फल देती है दशामाता
चैत्र मास की दशमी को दशा माता पर्व मनाया जाता है। इस दिन महिलाएं दशा माता का पूजन करती है और उनकी कथा का श्रवण करती हैं। साथ ही पीपल और वटवृक्ष पर सूत का धागा बांधा जाता है। इस दिन नई झाडू खरीदकर ........
शीतलाष्टमी : क्यों खाया जाता है बासी खाना
शीतलाष्टमी चैत्र मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी को मनायी जाती है। शीतला माता एक प्रमुख हिन्दू देवी के रूप में पूजी जाती है। अनेक धर्म ग्रंथों में शीतला देवी के संदर्भ में वर्णित है, स्कंद पुराण में शीतला माता के विषय में विस्तार ........
शीतला माता का व्रत और पूजन विधान
चैत्र मास के कृष्ण पक्ष में आने वाली सप्तमी तिथि को शीतला सप्तमी और अष्टमी तिथि को शीतला अष्टमी के नाम से जाना जाता है। ऋतु परिवर्तन के समय शीतला माता का व्रत और पूजन करने का विधान है। शीतला माता का सप्तमी एवं अष्टमी को .......